नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
यमुना नदी के डूब क्षेत्र में अवैध स्वीमिंग पूल संचालित हो रहे हैं, जिनमें लाइफगार्ड की तैनाती नहीं है और कॉमर्शियल गतिविधियां चल रही हैं। यहां बच्चों को प्रति घंटे 50 से 60 रुपये फीस लेकर स्वीमिंग कराई जा रही है। खेल विभाग भी इस पर लापरवाह है और स्वीमिंग पूल को सील करने के बजाय जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया है। इस स्थिति में किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
यमुना नदी के डूब क्षेत्र में कई फार्म हाउस हैं, जिनमें स्वीमिंग पूल भी चल रहे हैं, लेकिन इनका पंजीकरण नहीं कराया गया है। सरकारी रोक के कारण खेल विभाग इनका पंजीकरण नहीं कर सकता। बुधवार को खेल विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ कि ये स्वीमिंग पूल अवैध रूप से चल रहे हैं। विभाग ने जुर्माना लगाकर मामले को निपटाया, लेकिन स्वीमिंग पूल को सील नहीं किया, जबकि यहां पर कॉमर्शियल गतिविधियां जारी हैं। स्वीमिंग पूल की गहराई 5 से 7 फीट की होती है और लाइफगार्ड की कोई व्यवस्था नहीं है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उप जिला क्रीडा अधिकारी, गौतमबुद्ध नगर, अनीता नागर ने कहा, “डूब क्षेत्र में स्वीमिंग पूल का संचालन नहीं हो सकता, लेकिन वहां अवैध रूप से पूल बना कर कॉमर्शियल गतिविधियां की जा रही हैं। बच्चों की सुरक्षा को लेकर यह गंभीर चिंता का विषय है। इस अवैध पूल को शीघ्र सील किया जाएगा।”
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