नोएडा।साक्षी चौधरी
आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने विज्ञान कथा को हकीकत में बदल दिया है। एआई का मुख्य उद्देश्य मशीनों को सीखने और समस्याओं का समाधान करने में सक्षम बनाना है। इस क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और नवाचार के चलते, शिक्षा और कौशल रखने वालों के लिए करियर के नए अवसर खुल रहे हैं। एआई में करियर बनाने के लिए इसके बुनियादी सिद्धांतों की समझ आवश्यक है। मशीन लर्निंग (एमएल), डीप लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रोसेसिंग (एनएलपी), और रोबोटिक्स प्रमुख सिद्धांत हैं। मशीन लर्निंग से कंप्यूटर सिस्टम डेटा के माध्यम से सीखते हैं, जबकि डीप लर्निंग जटिल पैटर्न पहचानने में मदद करता है। एनएलपी तकनीक मानव भाषाओं को समझने में सहायक होती है, और रोबोटिक्स रोबोट के निर्माण की क्षमता को विकसित करती है।
पारंपरिक डिग्री के साथ-साथ ऑनलाइन और सर्टिफिकेशन कोर्स भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। कोर्सेरा, उडेमी, और एडेक्स जैसे प्लेटफार्मों पर उच्च गुणवत्ता वाले कोर्स उपलब्ध हैं। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसे बड़े नामों के फ्री सर्टिफिकेट कोर्स भी आपके कौशल को प्रमाणित कर सकते हैं। प्रोग्रामिंग भाषाओं जैसे पायथन और जावा का ज्ञान आवश्यक है। इंटर्नशिप के माध्यम से अनुभव प्राप्त करने से करियर में तेजी से वृद्धि हो सकती है। एआई रिसर्चर, डेटा एनालिस्ट, और सॉफ्टवेयर इंजीनियर जैसे उच्च वेतन वाले पदों पर पहुंचने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है।