महापर्व छठ पूजा का आयोजन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और इस बार यह 5 नवंबर से प्रारंभ होकर 8 नवंबर को पारण के साथ समाप्त होगा। इस पर्व पर महिलाएं संतान की सलामती और परिवार की खुशहाली के लिए कठिन व्रत करती हैं, जिसमें सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है।
यदि इस पावन अवसर पर घर में नन्ही राजकुमारी का आगमन होता है, तो छठी मैया के आशीर्वाद से उसे विशेष नाम दिए जा सकते हैं। छठी मैया के नामों से प्रेरित कुछ सुंदर नामों में “सृष्टि” (प्रकृति), “कात्यायनी” (सुंदरता का प्रतीक), “प्रकृति” (स्वभाव), “जयंती” (छठी मैया की बहन), “मिधुषा” (यूनिक नाम) और “अंबा” (शक्ति का प्रतीक) शामिल हैं। इन नामों का चयन करने से न केवल बच्चे का नाम विशेष बनता है, बल्कि यह छठी मैया के प्रति श्रद्धा और आभार व्यक्त करने का एक अनोखा तरीका भी है। इस प्रकार, छठ पूजा के दौरान जन्मी बेटियों के लिए ये नाम एक विशेष महत्व रखते हैं।
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