राष्ट्रीय शिल्प संग्रहालय में विश्व शिल्प मंच 2024 का शुभारंभ हुआ, जो WCC AISBL की 60वीं वर्षगांठ का प्रतीक है। तीन दिवसीय यह आयोजन शिल्प, स्थिरता और नवाचार को प्रोत्साहन देने का मंच बना। उद्घाटन समारोह में कपड़ा राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने शिल्प को संस्कृति और अर्थव्यवस्था का अभिन्न हिस्सा बताया। यूनेस्को के टिम कर्टिस और WCC अध्यक्ष साद अल-कद्दूमी ने शिल्प संरक्षण और वैश्विक सहयोग पर जोर दिया।
पैनल चर्चाओं ने शिल्प में नवाचार, उद्यमिता और सतत विकास पर प्रकाश डाला। सांस्कृतिक प्रदर्शनों और ईपीसीएच गैलरी उद्घाटन ने भारतीय शिल्प की विविधता को उजागर किया। कार्यक्रम के दौरान “आद्यं” फिल्मों ने भारत की बुनाई परंपराओं पर गहरी जानकारी प्रदान की। यह मंच शिल्प के क्षेत्र में नए अवसरों और एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।