Pollution। वायु प्रदूषण की गंभीर समस्या नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लगातार बनी हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार को नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 359 और ग्रेटर नोएडा का 326 दर्ज किया गया। इसके साथ ही, नोएडा देश का चौथा और ग्रेटर नोएडा सातवां सबसे प्रदूषित शहर रहा।
सुबह कोहरे और कम दृश्यता के चलते यातायात प्रभावित हुआ। कोहरा इतना घना था कि कहीं-कहीं दृश्यता 50 मीटर से भी कम हो गई। न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरने के कारण ठंड भी बढ़ गई। धुंध के कारण यमुना और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति धीमी रही।
Pollution का असर स्वास्थ्य पर भी दिखने लगा है। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) में सांस से संबंधित मरीजों की संख्या में 10 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, खांसी, गले में खराश और जुकाम के मरीज बढ़ रहे हैं। इमरजेंसी में मरीजों की संख्या 25-30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है.
Discover more from Noida Views
Subscribe to get the latest posts sent to your email.