HIV: मिजोरम में एचआईवी संक्रमण के मामले चिंताजनक गति से बढ़ रहे हैं। राज्य में एचआईवी संक्रमण दर 2.73% तक पहुंच गई है, जो राष्ट्रीय औसत 0.02% से कहीं अधिक है। जनवरी 2024 तक, मिजोरम में 32,000 से अधिक लोग एचआईवी से संक्रमित पाए गए, जिनमें से 5,500 से अधिक की मौत हो चुकी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री लालरिनपुई ने बताया कि पिछले वर्ष अप्रैल से जनवरी 2024 के बीच लगभग 1,800 नए मामले सामने आए हैं। सरकार ने इस गंभीर स्थिति से निपटने के लिए ‘सेल्फ टेस्टिंग किट’ लॉन्च किए हैं, जिससे लोग घर बैठे ही अपनी जांच कर सकते हैं और समय पर उपचार शुरू कर सकते हैं।
HIV संक्रमण बढ़ने के कारण और प्रमुख चिंताएं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, मिजोरम में एचआईवी संक्रमण के 67% मामले असुरक्षित यौन संबंधों के कारण हो रहे हैं, जबकि 30% मामले नशे की लत से संबंधित सुइयों के साझा उपयोग से जुड़े हैं। सामाजिक उपहास और शर्मिंदगी के डर से कई लोग जांच कराने से हिचकते हैं, जिससे वास्तविक संक्रमित लोगों की संख्या का पता नहीं चल पाता। इसके अलावा, म्यांमार और बांग्लादेश से आए शरणार्थियों की बड़ी संख्या भी संक्रमण फैलने का एक कारण मानी जा रही है। मिजोरम की दुर्गम भौगोलिक स्थिति और सीमित स्वास्थ्य सुविधाएं भी HIV को और गंभीर बना रही हैं।
समाधान और भविष्य की रणनीति
सरकार और एड्स कंट्रोल सोसाइटी जागरूकता बढ़ाने के लिए नए कदम उठा रहे हैं। हाल ही में विधायकों की एक उच्च-स्तरीय बैठक में एचआईवी मरीजों के इलाज और देखभाल के लिए निधि आवंटन पर चर्चा हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि सेल्फ टेस्टिंग किट से संक्रमित लोगों की सही संख्या का पता चलेगा, लेकिन उन्हें इलाज केंद्रों तक पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। देरी से जांच HIV संक्रमण फैलने के खतरे को बढ़ा सकती है, इसलिए इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई जरूरी है।