Women’s Day: पिछले 30 वर्षों में वैश्विक स्तर पर महिलाओं में कई गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ा है। नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज और संक्रामक रोग दोनों ही महिलाओं की सेहत को प्रभावित कर रहे हैं। महिलाओं में ऑस्टियोआर्थराइटिस के मामले 130% से अधिक बढ़ गए हैं, जिससे जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्याएं बढ़ रही हैं। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल के अध्ययन के अनुसार, मेनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी के कारण ऑस्टियोआर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उनके दैनिक जीवन में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Women’s Day: डायबिटीज़ के मामलो में हुई बढ़त
महिलाओं में मधुमेह (डायबिटीज) के मामले भी पिछले तीन दशकों में दोगुने हो गए हैं। द लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, 1990 में वैश्विक स्तर पर मधुमेह की दर 6.9% थी, जो 2022 में बढ़कर 13.9% हो गई है। अनियंत्रित डायबिटीज से किडनी, आंखों और हृदय रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 5 (NFHS-5) की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में 15-49 वर्ष की 57% महिलाओं में एनीमिया की समस्या पाई गई है, जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता, मानसिक और शारीरिक विकास को प्रभावित कर सकती है।
इन चीज़ों का करे सेवन
वहीं Women’s Day पर बात अगर महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने के लिए विशेषज्ञ संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन पर जोर देते हैं। महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रतिमा अग्रहरि के अनुसार, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा से भरपूर आहार लेना जरूरी है। पर्याप्त पानी पीना, प्रोसेस्ड फूड और मीठे पेय पदार्थों से बचना चाहिए। नियमित स्वास्थ्य जांच के माध्यम से महिलाओं को अपने शरीर में होने वाले बदलावों पर ध्यान देना चाहिए ताकि गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।
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