Health Risk: आजकल की अनियमित दिनचर्या और असंतुलित खानपान के कारण कई लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अधिक समय तक बैठे रहना, शारीरिक गतिविधियों की कमी और पौष्टिक भोजन का अभाव, हाथों-पैरों में दर्द जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह दर्द सामान्य थकान या शारीरिक मेहनत के कारण हो सकता है, लेकिन अगर यह समस्या बार-बार होती है, तो इसे नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। क्लॉडिकेशन नामक स्थिति में रक्त संचार में बाधा उत्पन्न होने से मांसपेशियों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता, जिससे जांघ, पिंडली या नितंबों में तेज दर्द होने लगता है।
Health Risk: इन समस्याओं के कारण हो सकता है हाथ पैर में दर्द
हाथों-पैरों में लगातार दर्द होने के पीछे रक्त संचार की समस्या एक प्रमुख कारण हो सकती है। जब नसों में रक्त प्रवाह सुचारू रूप से नहीं होता, तो मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और दर्द, सुन्नता या जकड़न महसूस होने लगती है। इसके अलावा, थायरॉयड ग्रंथि से संबंधित विकार, विशेष रूप से हाइपोथायरायडिज्म, शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है, जिससे मांसपेशियों और जोड़ों में सूजन और दर्द बढ़ जाता है। यह समस्या थकान, त्वचा में रूखापन, बालों का झड़ना और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं को भी जन्म दे सकती है।
जाने पूरी खबर
बता दे कि Health Risk में तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं भी बार-बार हाथों और पैरों में दर्द की वजह बन सकती हैं। पेरिफेरल न्यूरोपैथी जैसी स्थिति में तंत्रिकाओं को क्षति पहुंचती है, जिससे दर्द, झुनझुनी और सुन्नता की समस्या हो सकती है। डायबिटीज के रोगियों में डायबिटिक न्यूरोपैथी का खतरा अधिक होता है, जो नसों की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। इन सभी स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है। अगर दर्द बार-बार हो रहा है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें और उचित उपचार कराएं।
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