Sensex: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय निर्यात पर 26% टैरिफ लगाने के फैसले के बाद भारतीय आईटी सेक्टर को बड़ा झटका लगा है। 3 अप्रैल की सुबह, Nifty IT Index लगभग 3% गिरकर 35,360.20 पर पहुंच गया। प्रमुख आईटी कंपनियों इंफोसिस, टीसीएस और एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ। मिड-कैप आईटी कंपनियों में पर्सिस्टेंट सिस्टम्स, कोफोर्ज और एमफैसिस के शेयरों में 6% तक की गिरावट दर्ज की गई।
Sensex: जाने क्या कहते है विश्लेषक
विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट अमेरिकी बाजार में आईटी कंपनियों की राजस्व वृद्धि पर पड़ने वाले प्रभाव के कारण हुई है। अमेरिकी ग्राहक भारतीय आईटी कंपनियों के प्रमुख स्रोत हैं, और नए टैरिफ से डील क्लोज़ करने में देरी हो सकती है, जिससे कंपनियों के टॉपलाइन प्रदर्शन पर असर पड़ेगा। ट्रंप ने 2 अप्रैल को व्हाइट हाउस में वैश्विक ‘रेसिप्रोकल टैरिफ’ की घोषणा करते हुए भारत पर 26% शुल्क लगाने का ऐलान किया था। उन्होंने भारत को “टैरिफ किंग” करार दिया था, लेकिन इस कदम को “नरम” बताते हुए इसे एक संतुलित निर्णय बताया।
भारतीए आईटी सेक्टर पर मंडरा रहा है खतरा
अंतरराष्ट्रीय ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने चेतावनी दी है कि वैश्विक आर्थिक मंदी और तकनीकी बदलावों के चलते Sensex भारतीय आईटी सेक्टर के लिए जोखिम बढ़ रहा है। बीते एक महीने में Nifty IT Index 6% और पिछले छह महीनों में 15% गिर चुका है, जिससे निवेशकों की संपत्ति में भारी गिरावट आई है। इस नए अमेरिकी टैरिफ के बाद आईटी क्षेत्र की आगे की राह और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
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