PMMY: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने अपने दस वर्षों के सफर में देशभर के करोड़ों उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने का मार्ग दिखाया है। इसी क्रम में मंगलवार को प्रधानमंत्री ने कुछ लाभार्थियों से संवाद कर उनकी सफलता की कहानियों को जाना। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस योजना को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू कर एक नई मिसाल कायम की है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 21 मार्च तक प्रदेश के 46.92 लाख लाभार्थियों को कुल 49,501 करोड़ रुपये का ऋण दिया गया है, जिसमें से बैंकों ने 30.76 लाख खाताधारकों को 37,875 करोड़ और एनबीएफसी ने 16.16 लाख को 11,626 करोड़ रुपये की सहायता दी है।
PMMY: जाने क्या है मुद्रा योजना
मुद्रा योजना का लाभ हर वर्ग के लोगों को मिल रहा है, जिसमें खासतौर पर छोटे उद्योगों, कृषि आधारित कार्यों, हस्तशिल्प, खुदरा व्यापार, और सेवा क्षेत्रों के उद्यमी शामिल हैं। महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़े वर्ग और दिव्यांगजनों को प्राथमिकता दी गई है। अक्टूबर 2024 में योजना की ऋण सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रुपये कर दी गई, जिससे उद्यमियों को व्यवसाय विस्तार का सुनहरा मौका मिला। डिजिटल पेमेंट साधनों जैसे QR कोड, UPI और POS मशीनों को बढ़ावा देकर सरकार ने व्यापार को डिजिटल युग से जोड़ा है।
अर्थव्यवस्था को मिल रहा रफ्तार
राज्य सरकार की सतत निगरानी, बैंकों का सहयोग और उद्यमियों की लगन से मुद्रा योजना (PMMY) उत्तर प्रदेश में बदलाव की पहचान बन गई है। इसने ना केवल बेरोजगारी को घटाया, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त और युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया है। आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में यह योजना एक मजबूत कड़ी बन चुकी है।
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