Cervical Cancer: भारत में महिलाओं के बीच कैंसर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। विशेष रूप से ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। हालिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हर साल 1.27 लाख से ज्यादा सर्वाइकल कैंसर के नए मामले सामने आते हैं। चिंता की बात यह है कि अब 20-30 वर्ष की युवतियां भी बड़ी संख्या में इसकी चपेट में आ रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण, समय पर जांच की कमी, टीकाकरण में कमी और अस्वस्थ जीवनशैली इसके प्रमुख कारण हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि समय पर टीकाकरण और स्क्रीनिंग से इस कैंसर से बचा जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों में अनियमित माहवारी, यौन संबंध के बाद रक्तस्राव और पेल्विक दर्द शामिल हैं। इन संकेतों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि कम उम्र में यौन सक्रियता, एक से अधिक यौन साथी होना, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता और लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन भी जोखिम बढ़ा सकते हैं।
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