ग्रेटर नोएडा। चिटहेरा भूमि घोटाले के मास्टरमाइंड यशपाल तोमर को जिला प्रशासन ने भूमाफिया घोषित कर दिया है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने एंटी टास्क फोर्स समिति के साथ आनलाइन बैठक कर भूमाफिया के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
चिटहेरा गांव में भूमाफिया ने तहसील में रखे दस्तावेजों में बड़े पैमाने पर फेरबदल कर दूसरे जिले के अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों को चिटहेरा का मूलनिवासी बताकर करोड़ों रुपये की जमीन का घोटाला किया था। मामले की जांच एडीएम वित्त वंदिता श्रीवास्तव कर रही हैं।
जिलाधिकारी ने हरनंदी के डूब क्षेत्र में गांव हैबतपुर के समीप ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण से बिना नक्शा पास कराये अवैध निर्माण करने पर रामवीर, ओमपाल, अरूण, गांव बहलोलपुर व मुकेश, मनोज, निवासी सर्फाबाद को भी भूमाफिया घोषित करने का निर्णय लिया। जिनके विरुद्ध जिलाधिकारी ने मामला दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान पूर्व में घोषित भूमाफिया मनोज कुमार राठौर निवासी बुराड़ी दिल्ली, विकास निवासी सर्फाबाद, पदम, राजपाल, विजय निवासी पर्थला खंजरपुर के विरुद्ध भी मामला दर्ज कराने के निर्देश उपजिलाधिकारी दादरी को दिए हैं।
बैठक में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण ने बताया कि पूर्व में जो 51 भूमाफिया चिह्नित किए गए थे उस सूची की दोबारा जांच कराई जा रही है।
प्राधिकरण ने जांच होने तक सूची में शामिल लोगों को भूमाफिया घोषित न करने का अनुरोध किया। बैठक में एडीएम वित्त वंदिता श्रीवास्तव, एडीएम प्रशासन डाक्टर नितिन मदान, एडीसीपी इलामारन जी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
दो साल पहले मेरठ में हुई यशपाल की घुसपैठ
एसपी क्राइम अनित कुमार के मुताबिक नौ नवंबर 2020 को यशपाल तोमर ने दिल्ली के निर्माण विहार निवासी गिरधारी चावला और उनके चालक गौरव पर मेरठ में जानलेवा हमला कराया था। उसके बाद ब्रह्मपुरी थाने के पूर्व इंस्पेक्टर सुभाष अत्री और दारोगा लोकेश से साठगांठ कर गिरधारी के भाई भारत लाल चावला व उनके स्वजन के खिलाफ ही हमले का केस दर्ज करा दिया था। सच्चाई सामने आने पर गिरधारी के बेटे सचिन ने यशपाल व उसके साथी धीरज डिगानी निवासी दिल्ली के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
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