नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
दिल्ली के राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में हुई घटना के बाद एमसीडी और नोएडा के अधिकारियों ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। यूपी सरकार ने पहले ही आदेश दिया था कि बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटरों पर कार्रवाई की जाए।
ताजा मामला नोएडा के सेक्टर 62 का है, जहां एक कोचिंग संस्थान में कई खामियां पाई गईं। इस संस्थान के बेसमेंट में 100-100 बच्चों की कक्षाएं चल रही थीं। विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस कोचिंग सेंटर को बंद कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि 2015 के बाद से इस संस्थान ने कोई अनुमति नहीं ली थी और बैकडोर, कवर तथा पीछे से बाहर निकलने के रास्ते बाधित पाए गए।
दिल्ली में भी एमसीडी ने नियमों का उल्लंघन कर संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सोमवार को अभियान चलाया। एमसीडी ने ऐसे सात कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया जो बेसमेंट में चल रहे थे। इन सेंटरों में दृष्टि आईएएस इंस्टीट्यूट की एक, वाजी राव की तीन, रवि संस्थान की एक, आईएएस हब की एक और श्रीराम आईएएस इंस्टीट्यूट की एक बिल्डिंग शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, शाहदरा साउथ जोन में एमसीडी ने कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया। यहां 16 बिल्डिंगों को चिह्नित किया गया है, जिनमें से पांच बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर बंद पाए गए, जबकि 11 सेंटर चालू हैं। इनमें से दो सेंटर अवैध पाए गए हैं, जिनके खिलाफ एमसीडी मंगलवार को कार्रवाई करेगी। अब तक 20 कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
राजेंद्र नगर के विभिन्न इलाकों में अवैध रूप से संचालित हो रहे आईएएस गुरुकुल, चहल अकादमी, प्लूटस अकादमी, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, टॉपर की अकादमी, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, करियर पावर, 99 नोट्स, विद्या गुरु, गाइडेंस आईएएस, और ईजी फॉर आईएएस को भी एमसीडी ने सील कर दिया है।
इसके अलावा, एमसीडी ने दक्षिणी जोन में भवन उपनियमों का उल्लंघन करने पर 60 पुस्तकालयों और आठ कोचिंग संस्थानों को नोटिस जारी किए हैं। सभी जोन में बेसमेंट में नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों और अन्य संपत्तियों की पहचान करने के लिए सर्वे भी शुरू किया गया है।