ग्रेटर नोएडा में पानी की व्यवस्था: मिट्टी के घड़े तो ठीक, पर स्थायी वाटर बूथ बदहाल

Greater Noida

गर्मी के बढ़ते प्रकोप के बीच ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहरवासियों को राहत देने के लिए कई स्थानों पर मिट्टी के घड़े रखवाए हैं, ताकि लोगों को ठंडा और शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। यह पहल सराहनीय है, क्योंकि मिट्टी के घड़े न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि पानी को प्राकृतिक रूप से ठंडा भी रखते हैं। शहर के प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थानों जैसे कासना और परी चौक पर इन घड़ों की व्यवस्था से राहगीरों और स्थानीय निवासियों को काफी राहत मिलेगी।

हालांकि, प्राधिकरण द्वारा परी चौक, जगत फार्म और नॉलेज पार्क में पहले बनाए गए स्थायी वाटर बूथ की स्थिति चिंताजनक है। शहर के कई हिस्सों में ये वाटर बूथ बदहाल स्थिति में हैं और अपनी मूल उपयोगिता खो चुके हैं। इन बूथों पर न तो नियमित रूप से पानी की आपूर्ति हो रही है और न ही इनकी साफ-सफाई का ध्यान रखा जा रहा है। कई जगहों पर ये बूथ केवल बड़े-बड़े विज्ञापनों के होर्डिंग्स बनकर रह गए हैं, जो प्राधिकरण की लापरवाही को उजागर करते हैं।

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प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि मिट्टी के घड़ों की व्यवस्था को और विस्तार देने की योजना है, उन्होंने कहा जल्द ही इन बूथों को ठीक करने की प्रक्रिया शुरू होगी। गर्मी के इस मौसम में, जब स्वच्छ पेयजल की जरूरत सबसे ज्यादा है, प्राधिकरण से उम्मीद है कि वह इन बदहाल वाटर बूथों को जल्द से जल्द दुरुस्त करेगा, ताकि शहरवासियों को गर्मी में राहत मिल सके।


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