UP RERA: उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने संदिग्ध आचरण और निष्ठा के अभाव के चलते 12 कर्मचारियों को बर्खास्त कर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। इनमें तीन अवर अभियंता, दो लॉ क्लर्क एवं रिसर्च असिस्टेंट (एलसीआरए), एक सहायक लेखाकार, चार कंप्यूटर ऑपरेटर, एक हेल्प डेस्क कर्मी और एक अनुसेवक शामिल हैं। ये सभी कर्मचारी लखनऊ मुख्यालय और ग्रेटर नोएडा स्थित एनसीआर क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत थे।
रेरा अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी ने बताया कि संस्था में कार्यरत सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से सत्यनिष्ठा का शपथ-पत्र लिया जाता है, और कार्यालय के सभी कक्षों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। वरिष्ठ अधिकारी आगंतुकों और कर्मचारियों की गतिविधियों पर सतत निगरानी रखते हैं। ग्रेटर नोएडा कार्यालय में सहायक लेखाकार हरेंद्र को हाल ही में मेरठ की एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। उनके खिलाफ पहले भी भ्रष्टाचार की शिकायतें थीं, लेकिन चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें तुरंत सेवा से बर्खास्त कर दिया गया।
जानकारी के लिए बता दे कि इस घटना से यूपी रेरा की छवि को नुकसान पहुंचा, जिसके बाद संस्था ने सफाई देते हुए यह स्पष्ट किया कि भ्रष्ट या संदिग्ध व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्राधिकरण ने भरोसा दिलाया है कि कर्मचारियों की संख्या भले सीमित हो, लेकिन कार्य की प्रकृति अत्यंत संवेदनशील है। इसलिए सभी कर्मियों का कौशल विकास और अनुशासन प्रशिक्षण नियमित रूप से कराया जाता है। रेरा ने साफ किया है कि ईमानदारी से कार्य न करने वाले कर्मियों के खिलाफ भविष्य में भी सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे।
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