Noida: एसोटेक विंडसर कोर्ट में हुआ सुंदरकांड पाठ व भंडारे का आयोजन

नोएडा, सेक्टर 78 स्थित एसोटेक विंडसर कोर्ट सोसाइटी में निवासियों ने धार्मिक उत्साह के साथ सुंदरकांड पाठ और भंडारे का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सोसाइटी में सामुदायिक समृद्धि, सुख और शांति की कामना करना था। सुंदरकांड पाठ का आयोजन श्री नारायण सेवा ट्रस्ट (ग़ाज़ियाबाद) के तत्वावधान में किया गया। पाठ के दौरान भक्तिरस से ओतप्रोत भजनों ने सभी निवासियों को आध्यात्मिक आनंद में सराबोर कर दिया। भजनों के मधुर स्वर और भक्तिमय वातावरण ने सोसाइटी में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया। पाठ के समापन के बाद हनुमान जी…

गुरुपुरब पर असोटेक विंडसर कोर्ट में श्रद्धा और उत्साह से प्रभातफेरी का आयोजन

एसोटेक विंडसर कोर्ट, सेक्टर 78 के निवासियों ने गुरुपुरब के पावन अवसर पर सामूहिक रूप से प्रभातफेरी का आयोजन कर श्रद्धा और भक्ति का परिचय दिया। 10 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रतिदिन सुबह 5 बजे निवासियों ने प्रभातफेरी निकाली, जिसमें हर आयु वर्ग के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रभातफेरी के दौरान “वाहेगुरु जी” के नाम का जाप किया गया और श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से कार्यक्रम में सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस आयोजन में नारी शक्ति का विशेष योगदान रहा। प्रबजीत…

Tips for Diya: घर में दीपक जलाने के उपाय: सुख-शांति और समृद्धि का मार्ग

हिंदू धर्म में रोजाना सुबह-शाम पूजा पाठ का विशेष महत्व है। पूजा की शुरुआत दीप प्रज्वलित करने से होती है, जिससे परिवार में सुख, शांति, और सकारात्मकता बनी रहती है। मान्यताओं के अनुसार यदि सप्ताह में तीन दिन अलग-अलग तेल से दीपक जलाए जाएं, तो कई समस्याओं का समाधान हो सकता है और आर्थिक स्थिति पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा में बेलपत्र के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से वैवाहिक जीवन में सुख मिलता है और रिश्तों में…

Study: पूर्वोत्तर में अकाल के लिए बांस में फूलने की घटना को माना गया जिम्मेदार

बांस के पौधों में फूल आना शुभ संकेत नहीं माना जाता, क्योंकि फूल खिलने के बाद बांस का जीवन समाप्त हो जाता है। पूर्वोत्तर भारत में बांस में फूल खिलने की इस चक्रीय घटना को ‘मौतम’ कहा जाता है, जो क्षेत्र में अकाल का संकेतक है। मिजोरम सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 50 साल के अंतराल पर राज्य में अकाल पड़ा है—पहली बार 1911 में, फिर 1959 में और 2007 में, और ये सभी घटनाएं बांस के फूलने के समय के साथ मेल खाती हैं। मिजोरम में मुख्यतः मेलोकाना बैक्सीफेरा…

Chhath Puja 2024: छठ पूजा में डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का महत्व

छठ महापर्व, जो खासतौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू पर्व है। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित होता है और चार दिनों तक चलता है। इस पर्व के तीसरे दिन, यानी कार्तिक माह की षष्ठी तिथि पर, डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है। हिंदू धर्म में उगते सूर्य को अर्घ्य देना सामान्य होता है, लेकिन छठ पूजा में डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के पीछे एक विशेष मान्यता है। कहा जाता है कि जब सूर्य…

Noida: छठ पर्व के दौरान ट्रैफिक डायवर्जन, 6 से 8 नवंबर तक वाहनों के लिए बदलाव

छठ पर्व के दौरान वाहनों के दबाव को ध्यान में रखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने 6 से 8 नवंबर तक कुछ प्रमुख सड़कों पर डायवर्जन लगाने का फैसला किया है। डीसीपी ट्रैफिक यमुना प्रसाद ने जानकारी दी कि नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे से कालिंदी कुंज की ओर जाने वाले वाहनों को अब सीधे डीएनडी और चिल्ला बॉर्डर की तरफ भेजा जाएगा। वहीं, हिंडन से सूरजपुर की तरफ आ रहे वाहन कच्ची सड़क से किसान चौक होते हुए भेजे जाएंगे। इसके अतिरिक्त, नोएडा प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शहर के…

Chhath Maiya Inspired Name: छठ पूजा पर नन्ही राजकुमारी के नामकरण का विशेष महत्व

महापर्व छठ पूजा का आयोजन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है और इस बार यह 5 नवंबर से प्रारंभ होकर 8 नवंबर को पारण के साथ समाप्त होगा। इस पर्व पर महिलाएं संतान की सलामती और परिवार की खुशहाली के लिए कठिन व्रत करती हैं, जिसमें सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। यदि इस पावन अवसर पर घर में नन्ही राजकुमारी का आगमन होता है, तो छठी मैया के आशीर्वाद से उसे विशेष नाम दिए जा सकते हैं। छठी मैया…

Noida: नोएडा में इस्कॉन मंदिर में भव्य गोवर्धन पूजा का आयोजन

नोएडा के सेक्टर 32ए स्थित इस्कॉन मंदिर में गोवर्धन पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य लीला को जीवंत करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना और अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। भक्तों की भारी भीड़ के बीच 20 फुट ऊंचे गिरिराज पर्वत की सुंदर सजावट की गई। मंदिर परिसर में हरे राम, हरे कृष्णा के भजनों की गूंज सुनाई दी। मंदिर के मीडिया प्रभारी एकांत धाम दास ने बताया कि भगवान को 56 अन्न का भोग अर्पित किया गया, जिसमें भारतीय और विदेशी व्यंजनों…

Diwali 2024: दीपोत्सव: दीपावली का पर्व 31 अक्तूबर को, जानें लक्ष्मी पूजन की विधि और मुहूर्त

दीपोत्सव का पावन पर्व दीपावली इस वर्ष 31 अक्तूबर, गुरुवार को मनाया जाएगा। धनतेरस के साथ शुरू हुए इस पर्व का उत्सव इस बार विशेष है, क्योंकि कार्तिक अमावस्या की तिथि दो दिन पड़ने के कारण दीपावली का पर्व छह दिनों तक चलेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि पर समुद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी प्रकट हुई थीं। इस दिन विशेष रूप से लक्ष्मी पूजन की परंपरा है। कहा जाता है कि जब धरती पर अंधकार फैला हुआ था, तब मां लक्ष्मी ने प्रकाश के साथ…

Diwali 2024: नरक चतुर्दशी पर कितने दीये जलाने से मिलेगी सुख-समृद्धि? जानें नियम

छोटी दिवाली, जिसे नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है, इस साल 30 अक्तूबर (बुधवार) को मनाई जाएगी। यह पर्व दीपावली से एक दिन पहले आता है और इस दिन भी दीप जलाने की परंपरा है। शास्त्रों के अनुसार, छोटी दिवाली के दिन कुल 14 दीपक जलाने की परंपरा है, जिसमें विशेष रूप से कुछ दीयों का महत्व है। 14 दीपकों की परंपरा छोटी दिवाली के दिन प्रत्येक परिवार को निम्नलिखित स्थानों पर दीपक जलाने की सलाह दी जाती है: यमराज के लिए: एक दीपक यमराज के निमित्त…

Dhanteras 2024: खरीदारी और पूजा के लिए ये है शुभ मुहूर्त, पढ़े पूरी ख़बर

धनतेरस, दिवाली की पूर्व संध्या पर मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन चांदी के सिक्के, बर्तन और अन्य धातु की वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है। नोएडा के बाजारों में इस पर्व के अवसर पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। ज्योतिषाचार्य प्रकाश जोशी के अनुसार, धनतेरस का शुभ मुहूर्त त्रयोदशी तिथि के आरंभ 29 अक्टूबर की सुबह 10:32 बजे से 30 अक्टूबर दोपहर 1:15 बजे तक रहेगा। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि धनतेरस पर दो विशेष खरीदारी के मुहूर्त हैं। पहला, त्रिपुष्कर योग जो…

Deepawali 2024: दिवाली पर पटाखों से होने वाली चोटों के लिए आवश्यक सावधानियाँ

दिवाली, रोशनी और उत्साह का पर्व, पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस उत्सव का आनंद मिठाइयों और पटाखों के बिना अधूरा लगता है, लेकिन हमें अपनी सेहत और सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। पटाखों के धुएं से अस्थमा के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है, जबकि मिठाइयों से ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने का खतरा रहता है। पटाखों से चोटों का खतरा हर साल दिवाली पर पटाखों से जलने और चोट लगने के कई मामले सामने आते हैं। पुणे के एक निजी अस्पताल के…

Abhinav Arora: बाल संत अभिनव अरोड़ा को जगद्गुरु रामभद्राचार्य की डांट ने बनाया वायरल

सोशल मीडिया पर बाल संत के नाम से मशहूर अभिनव अरोड़ा इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने हनुमान महोत्सव के दौरान अभिनव को मंच पर डांटा। यह तब हुआ जब अभिनव जोर-जोर से ताली बजाकर राम नाम का जयकारा लगाते हुए रील्स बना रहे थे। जगद्गुरु ने उन्हें मंच से नीचे उतारने की बात कही और कहा कि “हर स्थान की एक मर्यादा होती है।” जगद्गुरु ने अभिनव को मूर्ख लड़का करार देते हुए कहा कि वह दावा करता है कि भगवान…

Noida: कॉलेज में हंगामा, अध्यापक ने की श्री राम पर अभद्र टिप्पणी, नौकरी से निकाला गया

गागलहेड़ी के हसनपुर स्थित सीडी इंटर कॉलेज में प्रभु श्री राम पर अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में एक अध्यापक को छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के साथ मिलकर किए गए हंगामे के बाद नौकरी से निकाल दिया गया। घटना बृहस्पतिवार को हुई, जब अध्यापक वसीम अकरम ने दशहरा पर्व के संदर्भ में विवादास्पद टिप्पणी की। छात्राओं ने इस टिप्पणी को लेकर अपने अभिभावकों को सूचित किया, जिसके बाद शुक्रवार सुबह बड़ी संख्या में अभिभावक कॉलेज पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। अभिभावकों की मांग पर अध्यापक ने माफी मांगी, लेकिन…

Diwali 2024: गोवर्धन पर्वत का श्राप: पुलस्त्य ऋषि की कथा

गोवर्धन पर्वत, जो हर साल गोवर्धन पूजा के अवसर पर श्रद्धा और भक्ति का केंद्र बनता है, आज एक अनोखी कथा से जुड़ा हुआ है। भारतीय पंचांग के अनुसार, गोवर्धन पूजा इस वर्ष 2 नवंबर 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गोवर्धन पर्वत की ऊंचाई धीरे-धीरे कम हो रही है? इसका कारण एक श्राप है जो पुलस्त्य ऋषि द्वारा दिया गया था। प्राचीन कथाओं के अनुसार, जब पुलस्त्य ऋषि गोवर्धन पर्वत के पास पहुंचे, तो उसकी सुंदरता…

Diwali 2024: दिवाली से पहले घर की सफाई, जानें किन चीजों को करना है बाहर

दिवाली, जिसे हिन्दू धर्म का सबसे प्रमुख त्योहार माना जाता है, हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस पर्व पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक पूजा करने से घर में धन, सुख-समृद्धि और शांति आती है। दिवाली के शुभ अवसर पर लोग अपने-अपने घरों की सफाई में जुट जाते हैं, ताकि माता लक्ष्मी का स्वागत किया जा सके। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ वस्तुओं को घर से बाहर निकालना जरूरी है ताकि नकारात्मकता को दूर किया…

Diwali 2024: दीपावली की तिथि पर हुआ भ्रम, 31 अक्टूबर या 1 नवंबर?

इस वर्ष दीपावली की तारीख को लेकर लोगों में कन्फ्यूजन है कि इसे 31 अक्टूबर को मनाना चाहिए या 1 नवंबर को। इसका कारण है कि कार्तिक अमावस्या की तिथि इस वर्ष दो दिन पड़ रही है। वैदिक पंचांग के अनुसार, दीपावली हर साल कार्तिक माह की अमावस्या को मनाई जाती है। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि 31 अक्टूबर को प्रदोष काल और निशीथकाल में लक्ष्मी पूजा का आयोजन करना अधिक शुभ है। इस दिन प्रदोष काल शाम 5:36 से 8:11 बजे तक रहेगा, जबकि वृषभ लग्न शाम 6:25 से…

Karwa Chauth 2024: करवा चौथ पर डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं के लिए सावधानियाँ

करवा चौथ का व्रत विवाहित महिलाओं के लिए पति की लंबी आयु और सलामती के लिए रखा जाता है। इस दिन सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास रखा जाता है, लेकिन डायबिटीज की शिकार महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के लंबे समय तक खाली पेट रहना हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इससे हाइपोग्लाइसीमिया का खतरा बढ़ सकता है। व्रत के दौरान हाइड्रेशन पर ध्यान देना जरूरी है। सरगी के दौरान पानी या हर्बल टी का सेवन करें। पौष्टिक आहार…

Dhanteras 2024: वाहन खरीदने का शुभ मुहूर्त

धनतेरस का पर्व इस साल 29 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाए जाने वाले इस पर्व पर सोना, चांदी, बर्तन और वाहन खरीदने की परंपरा है। मान्यता है कि धनतेरस पर खरीदी गई वस्तुएं घर में 13 गुना धन की वृद्धि करती हैं और विशेषकर वाहन सुख और सफलता प्रदान करता है। इस दिन वाहन खरीदने का मुहूर्त सुबह 10:31 से लेकर 30 अक्टूबर दोपहर 01:15 तक है। विशेष मुहूर्त में शामिल हैं: चर (सामान्य): सुबह 09:18 – 10:41 लाभ (उन्नति): सुबह…

Karwa Chauth 2024: आटे के दीपक का महत्व और पूजा विधि

करवा चौथ का पर्व उत्तर भारत में विशेष रूप से मनाया जाता है, जहां सुहागिन महिलाएं अपने पतियों की लंबी आयु और सुखद दांपत्य जीवन के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस साल करवा चौथ 20 अक्तूबर, रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन महिलाएं करवा माता और गणेश जी की पूजा करती हैं। आटे के दीपक का जलाना इस पर्व का महत्वपूर्ण हिस्सा है। हिंदू धर्म में आटे के दीपक को बेहद पवित्र माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, आटे के दीपक से पूजा करना पति की लंबी उम्र…

इस्कॉन वैष्णवी पदयात्राओं की श्रृंखला निरंतर जारी, गुलमोहर सोसाइटी गूंज उठी हरे कृष्ण महामंत्र से

ग्रेटर नोएडा। परम पुजनीय लोकनाथ स्वामी महाराज की 75 वीं व्यासपूजा के उपलक्ष्य में पूर्णानंदी राधा देवी दासी माताजी हर जीव को हरिनाम देने के प्रयास में निरन्तर लगी हुई है। इसी उद्देश्य से उनके द्वारा विभिन्न गांवों, शहरों, सोसाइटियों इत्यादि में जा जा कर पदयात्राएं आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में उनके द्वारा अगली पदयात्राएं सेक्टर डेल्टा-1, सीनियर सिटीजन सोसाइटी, तुगलपुर के पश्चात गुलमोहर सोसाइटी में आयोजित की गई। पूर्णानंदी राधा देवी दासी माताजी ने बताया कि अब तक उनके द्वारा 28 पदयात्राएं विभिन्न राज्यों, शहरों, सोसाइटी,…

Navratri 2024: नवरात्रि के सातवें दिन की पूजा: मां कालरात्रि का महत्व

3 अक्तूबर 2024 से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि का आयोजन 11 अक्तूबर 2024 को नवमी के दिन समाप्त होगा। इसके बाद 12 अक्तूबर को दशहरा मनाया जाएगा। इस पर्व के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ विभिन्न स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के सातवें दिन विशेष रूप से माता कालरात्रि की आराधना की जाती है, जिनकी पूजा से सभी बुरी शक्तियां दूर रहती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी दुर्गा का यह स्वरूप सभी सिद्धियों को प्राप्त करने का मार्ग प्रदान करता है। कहा जाता है कि…

Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि का तीसरा दिन, मां चंद्रघंटा की पूजा का महत्व

आज 05 अक्टूबर, शनिवार को शारदीय नवरात्रि का तृतीय दिन मनाया जा रहा है, जिसमें मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप, चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना की जाती है। इस दिन भक्तों द्वारा मां को शक्कर और पंचामृत का भोग अर्पित किया जाता है, जिसे अर्पित करने से मां दीर्घायु होने का वरदान देती हैं। मां चंद्रघंटा का स्वरूप अत्यंत शांतिदायक है। उनका रंग स्वर्ण के समान चमकीला है, और वे बाघ पर सवार हैं। मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है, जिससे उन्हें चंद्रघंटा नाम से जाना जाता है।…

Navratri 2024: शारदीय नवरात्रि में गरबा और डांडिया के दौरान सुरक्षा टिप्स

शारदीय नवरात्रि का पर्व उत्साह और खुशी के साथ मनाने के लिए गरबा और डांडिया का आयोजन किया जाता है। खासकर गुजरात में हर वर्ग के लोग इस धुन पर नाचते हैं, लेकिन अब यह परंपरा देश के हर कोने में धूमधाम से मनाई जाती है। हालांकि, उत्साह के इस माहौल में लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखना जरूरी है। गरबा और डांडिया के दौरान चोट से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स हैं। सबसे पहले, नृत्य शुरू करने से पहले वार्म अप करें। इससे मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ता…

Navratri 2024: नौ दिनों के व्रत में ध्यान रखने योग्य पांच महत्वपूर्ण बातें

आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो गई है, जो 3 अक्तूबर 2024 से 11 अक्तूबर 2024 तक चलेगी। इस साल माता दुर्गा का आगमन पालकी में हुआ है, जो सभी भक्तों के लिए खास है। मान्यता है कि देवी के आगमन से भक्तों के जीवन में खुशियाँ वास करती हैं। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। विशेष रूप से अष्टमी और नवमी पर कन्याओं को भोजन कराना और उनका सम्मान करना महत्वपूर्ण है, जिससे देवी की…