प्राइवेट विद्यालय प्रत्येक वर्ष कोर्स बदलकर पर्यावरण को दूषित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं – चौधरी प्रवीण भारतीय

ग्रेटर नोएडा: एक तरफ संपूर्ण विश्व 5 जून को पर्यावरण दिवस मना रहा है वही भारत एवं उत्तर प्रदेश के अधिकतर प्राइवेट विद्यालयों में प्रत्येक वर्ष कोर्स बदलने की परंपरा चल रही है इस परंपरा को खत्म करने के लिए करप्शन फ्री इंडिया संगठन के द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग की गई ,
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया क कि उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत में अधिकतर प्राइवेट विद्यालय प्रत्येक वर्ष नए कोर्स को लागू करते हैं जिससे कि उनका अपना व्यापार बढ़ सके लेकिन वही प्रत्येक वर्ष किताबें बदल जाने के कारण आम आदमी पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है वहीं पेड़ों से बनने वाले कागज यानी की किताबें लाखों कुंटल वजन के हिसाब से रद्दी बन रही हैं जोकि पर्यावरण के हिसाब से बिल्कुल निंदनीय कार्य हैं चौधरी प्रवीण भारतीय ने कहां की एक तरफ संपूर्ण विश्व 5 जून को पर्यावरण दिवस मना कर इतिश्री कर लेता है लेकिन दूसरी तरफ प्रदेश में विद्यालय मालिक अपने निजी लाभ के लिए अपने-अपने स्कूलों का प्रत्येक वर्ष कोर्स बदल रहे हैं जबकि लगभग प्रत्येक विद्यालय को 5 वर्ष में कोर्स बदलना चाहिए जिससे कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे कुछ समय तक पुरानी किताबों से पढ़ सकें और पर्यावरण को संरक्षित कर सके उन्होंने कहा कि इन प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की मांग की है


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