ग्रेटर नोएडा : कपिल कुमार
यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खबर है। आज से इस मार्ग पर वाहनों की रफ्तार कम हो गई है। हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा और भारी वाहनों की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इससे ज्यादा तेज गति से वाहन चलाने वालों को जुर्माना भुगतना पड़ेगा। यह जानकारी यमुना अथॉरिटी की कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी ने दी है।
नोएडा, दिल्ली और ग्रेटर नोएडा जैसे एनसीआर के महत्वपूर्ण शहरों को मथुरा, आगरा, अलीगढ़ और हाथरस से 165 किलोमीटर लंबा यमुना एक्सप्रेसवे जोड़ता है। दिल्ली-एनसीआर के शहरों से कानपुर, लखनऊ और पूर्वांचल के दूसरे जिलों तक यात्रा करने के लिए भी रोजाना हजारों लोग इस एक्सप्रेसवे का उपयोग करते हैं। यमुना एक्सप्रेसवे ग्रीन फील्ड रोड है। जिसके चलते सर्दियों के दिनों में इसे धुंध और कोहरा घेर लेता है। ऐसे में हादसों की संख्या बढ़ जाती है। जरूरत से ज्यादा रफ्तार जानलेवा साबित होती है।
कारों की रफ्तार 20% कम की गई
हल्के वाहनों जैसे कार की रफ्तार 20 फ़ीसदी कम रहेगी। सामान्य रूप से यमुना एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम निर्धारित है। इसी तरह भारी वाहन अधिकतम 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से यात्रा कर सकते हैं। यमुना प्राधिकरण की कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी का ने बताया की यमुना एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों की रफ्तार 80 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। बाहरी वाहनों की अधिकतम रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इससे ज्यादा गति से चलने वाले वाहनों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। मोनिका रानी ने आगे कहा, “यह फैसला सर्दियों के मद्देनजर लिया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे पर धुंध और कोहरा छाने की वजह से हादसे होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में तेज रफ्तार जानलेवा साबित हो सकती है। 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक यमुना एक्सप्रेसवे पर वाहनों की रफ्तार घटाई गई है।