ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार
पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक और आम आदमी में यह चर्चा हो रही है की एक ब्यूरोक्रेट नोएडा में अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। गौतम बुद्ध नगर पूरे प्रदेश का शो विंडो है दिल्ली के नजदीक होने के कारण और एक उभरता हुआ जिला है गौतम बुध नगर को उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है यहां के मुद्दे और लोगों की परेशानी भी अन्य जिलों से अलग है। इसीलिए अगर कोई अनुभवी और अच्छे निर्णय लेने वाला ब्यूरोक्रेट राजनीति में आते हैं तो यह राजनीति के लिए अच्छे संकेत है ब्यूरोक्रेट्स नौकरी में रहते हुए सरकार और जनता के बीच का एक माध्यम होते हैं जनता के मुद्दों को नजदीक से देखते हैं और जनता के साथ काम करने का एक अच्छा खासा अनुभव होता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह माना जा रहा है उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सेवा से पदोन्नति होकर वर्ष 2015 में आईएएस बने। यह ब्यूरोक्रेट गौतम बुध नगर में 2017 से 2020 के बीच जिलाधिकारी रहे चुके है उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार दोनों के साथ काम किया है। गौतम बुध नगर में जेवर एयरपोर्ट के लिए भूमि अधिकरण में मुख्य भूमिका रही, एयरपोर्ट की भूमि का जल्दी अधिग्रहण होने का श्रेय जाता है इस दौरान उन्होंने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के साथ समन्वय बनाकर कई महत्वपूर्ण काम किए। गौतम बुध नगर जिला उद्योग विकास की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का सबसे महत्वपूर्ण जिला है।
गौतम बुध नगर हाईटेक जिला है उद्योग नगरी के नाम से जाना जाता है यहां लाखों लोग दूसरे जिले और प्रदेशों से आकर के रहते हैं शहरी क्षेत्र भी है और ग्रामीण क्षेत्र भी, ऐसे में कोई ब्यूरोक्रेट भी अगर इस राजनीतिक दौड़ में आता है तो कोई नई बात नहीं होगी। अभी भी बहुत ब्यूरोक्रेट राजनीति में अपनी पारी खेल रहे हैं।