गौतमबुद्ध नगर में निवेश से होंगे विकास कार्य, यमुना प्राधिकरण को मिला 35 हजार करोड़ का लक्ष्य

ग्रेटर नोएडा। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 33.50 लाख करोड़ औद्योगिक निवेश जुटाने के बाद प्रदेश सरकार ने इसे धरातल पर उतारने की समय सीमा भी निर्धारित कर दी है। जुलाई में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी) होगी। इसमें पांच से छह लाख करोड़ की परियोजनाओं को मौके पर शुरु कराने की योजना है।
यमुना प्राधिकरण को 35 हजार करोड़ की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने की शुरुआत करानी है। नोएडा में साठ हजार करोड़ व ग्रेटर नोएडा को 40 हजार करोड़ का लक्ष्य मिला है।

प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने के लिए योगी सरकार ने फरवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट किया था। इससे पहले सरकार के मंत्रियों व अधिकारियों ने विदेश व देश के विभिन्न शहरों में रोड शो कर औद्योगिक निवेश के लिए माहौल बनाया। इसका फायदा भी मिला और इन्वेस्टर्स समिट में 33.50 लाख करोड़ के निवेश अनुबंध हुए।
यमुना प्राधिकरण ने ही एक लाख दस हजार 119 करोड़ के निवेश अनुबंध किए, जबकि प्राधिकरण को अस्सी हजार करोड़ का लक्ष्य दिया गया था। इन निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतरने के लिए भी प्रदेश सरकार गंभीरता से काम कर रही है। सभी विभागों में अलग से सेल बनाया गया है। जो निवेश प्रस्तावों की निगरानी कर रहा है।

इसके साथ ही पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का कार्यक्रम और लक्ष्य भी निर्धारित हो गया है। यमुना प्राधिकरण को 35 हजार करोड़ का लक्ष्य दिया गया है। प्राधिकरण को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मिले निवेश में से 35 हजार करोड़ के प्रस्तावों पर कार्य शुरू कराना होगा।
नोएडा प्राधिकरण को साठ हजार करोड़ व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को चालीस हजार करोड़ का लक्ष्य जीबीसी के लिए दिया गया है। अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने सभी विभागों को जीबीसी के लिए निर्धारित लक्ष्य की जानकारी भेजी है।


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