यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने औद्योगिक सेक्टर 32 एवं 33 के औद्योगिक भूखंडों के आवंटियों के साथ की बैठक आयोजित

ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़

यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा औद्योगिक सेक्टर 32 एवं 33 में मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में औद्योगिक भूखंडों के आवंटियों के साथ स्तर पर आयोजित बैठक में प्रतिभाग किया गया। इन सेक्टरों में अधिकतर एमएसएमई वह जनरल इन्डस्ट्री के आवंटन प्राधिकरण द्वारा सन् 2014 से विभिन्न औद्योगिक स्कीमों के माध्यम से किया गया। सेक्टर 32 एवं 33 में प्राधिकरण द्वारा करीब 2000 से अधिक भूखंडों का आवंटन किया गया है जिनमें से सेक्टर के विभिन्न पॉकेट मैं विकास कार्यों को पूर्ण करते हुए 944 आवंटियों को भूमि की लीज डीड करने के लिए पत्र प्रेषित किए जा चूके हैं। इनमें से 356 आवंटियों द्वारा अभी तक लीज डीड निष्पादित की जा चुकी है। इन दोनों सेक्टरों में प्लॉट 300, 450, 595, 1000 एवं 1800 वर्ग मीटर के हैं तथा 4000 वर्गमीटर से आधिक्य 39 भूखंडों का आवंटन भी यहाँ प्राधिकरण द्वारा पूर्व में किया गया है।

सीईओ अरुणवीर सिंह, एसीईओ मोनिका रानी, शैलेन्द्र कुमार भाटिया, शैलेन्द्र कुमार सिंह विशेष कार्याधिकारी का स्वागत असोसिएशन के अध्यक्ष ऋषभ निगम, इमरान गनी व पवन जैन द्वारा किया गया। कार्यक्रम में असोसिएशन की तरफ से इमरान गनी द्वारा इंडस्ट्रियलिस्ट को आ रहीं समस्याओं के संबंध में अवगत कराया गया। जिनमें मुख्यता उनके सामान व प्रतिष्ठान की सुरक्षा, चेकलिस्ट समय पर दिए जाने, आवंटियों को भूखंडों पर भौतिक कब्जा प्रदान किए जाने जैसे बंधुओं को प्राधिकरण अधिकारियों के समक्ष उठाया गया।

सभी आवंटियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए सीआर सेल पर एक अलग इंडस्ट्रियल हेल्पलाइन डेस्क बनाया जाएगा। जिसमें कम से कम दो से तीन कर्मियो को बिठाया जाएगा जो इन्डस्ट्रीअल आवंटियों का सहयोग करेंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा सभी आवंटियों को हर संभव सहायता दिये जानें का आश्वासन दिया गया। साथ ही साथ में आवंटियों को यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति से भी अवगत कराया गया। बताया गया है कि प्राधिकरण क्षेत्र एयर कनेक्टिविटी वो रोड कनेक्टिविटी में देश के सभी औद्योगिक क्षेत्रों से काफी आगे है। यहाँ पर एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण चल रहा है जिसमें अगले साल से। अंतर्राष्ट्रीय डोमेस्टिक वह कार्गों फ्लाइट्स का संचालन प्रारंभ हो जाएगा। यह निर्माणाधीन एयरपोर्ट पूरा होने पर विश्व का तीसरा सबसे बड़ा एअरपोर्ट होगा। इस एयरपोर्ट का निर्माण विश्व की सबसे बड़ी एयरपोर्ट निर्माता कंपनी मैसर्स ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी कंपनी द्वारा किया जा रहा है। इस एयर पोर्ट पर देश का सबसे बड़ा एमआरओ भी निर्मित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त प्राधिकरण का ये है औद्योगिक क्षेत्र दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे कोरिडोर से भी जुड़ रहा है, इस को जोड़ने वाली रोड का निर्माण एनएचएआई द्वारा से प्रारंभ कर दिया गया है। प्राधिकरण द्वारा इस औद्योगिक क्षेत्र को पॉड टैक्सी से भी जोड़ने की योजना बनाई गई है। यह क्षेत्र रैपिड रेल से भी भविष्य में जोड़ा जाएगा। सेक्टर 28, 29, 32 मैं उद्योगों को देने के लिए यमुना एक्सप्रेस वे पर एक कट का निर्माण किया गया। जिससे उद्योगपति ग्रेटर नोएडा से सीधा अपनी साइट पर आसानी से पहुँच सकते हैं। औद्योगिक सेक्टरों के लिए बिजली की समुचित व्यवस्था की गई है। इस औद्योगिक क्षेत्र के निकट 91 एकड़ में सेमीकंडक्टर निर्माण की इकाई लगने वाली है। मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स भारत सरकार द्वारा प्राधिकरण के सेक्टर 28 एक्सपोर्ट प्रमोशन काउन्सिल भारत सरकार का कार्यालय बनाया जा रहा है। जिससे यहाँ स्थापित होने वाले उद्योगों को आवश्यक सहायता शीर्घ प्रदान किया जा सके।
उपरोक्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उद्योगपति शामिल हुए। कार्यक्रम में प्राधिकरण की तरफ़ से डॉ अरुण वीर सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्रीमती मोनिका रानी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, शैलेंद्र कुमार भाटिया विशेष कार्याधिकारी, शैंद्र कुमार सिंह विशेष कार्याधिकारी, एके सिंह महा प्रबंधक परियोजना, राजेंद्र भाटी उप महा प्रबंधक परियोजना, स्मिता सिंह एजीएम उद्योग, नंदकिशोर सुंदरियाल स्टाफ ऑफिसर, मनोज धारिवाल वरिष्ठ प्रबंधक परियोजना, रामजी दूबे प्रबंधक, वंदना राघव एएलओ आदि उपस्थित रहे।

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