प्रेरणा पोर्टल पर हुआ फर्जीवाड़ा, जियो टैगिंग में हुआ पर्दाफाश

ग्रेटर नोएडा। प्रदेश का शो विंडो कहे जाने वाले गौतमबुद्ध नगर में कायाकल्प के तहत किए गए कार्यों की रिपोर्ट बनाने में स्कूल स्तर पर फर्जीवाड़ा किया गया है। इसका पर्दाफाश जियो टैगिंग सर्वे में हुआ है।
कायाकल्प के तहत किये गए कार्यों की हकीकत जानने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जियो टैगिंग कराने का निर्णय लिया गया था। जियो टैगिंग डीएलएड प्रशिक्षु और आइटीआरटी द्वारा कराई गई।
डीएलएड प्रशिक्षु और आइटीआरटी की रिपोर्ट में सामने आया है कि प्रेरणा पोर्टल पर वह जानकारी भी फीड कर दी गई जो मौके पर मौजूद नहीं थी।
जियो टैगिंग सर्वे में हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
मई 2023 में प्रेरणा पोर्टल पर फीडिंग रिपोर्ट में जिले के 81.05 प्रतिशत स्कूलों में बालिका टायलेट बने है, लेकिन जियो टैगिंग सर्वे में 44 प्रतिशत स्कूलों में ही बालिका टायलेट बने मिले है।
जियो टैगिंग के अनुसार, बालिका टायलेट 207 स्कूलों में पूर्ण, 24 अक्रियाशील, 225 अपूर्ण मिले है। प्रेरणा पोर्टल फीडिंग रिपोर्ट और जियो टैगिंग में 36.86 प्रतिशत का अंतर सामने आया है।
वहीं, 56 प्रतिशत स्कूलों में ही बालक टायलेट बने है, जबकि प्रेरणा पोर्टल फीडिंग रिपोर्ट में 81.05 प्रतिशत स्कूलों में बालक टायलेट बने है।
दोनों रिपोर्ट में 25.06 प्रतिशत का अंतर सामने आया है। जियो टैगिंग के अनुसार बालक टायलेट 262 स्कूलों में पूर्ण,32 अक्रियाशील,162 अपूर्ण मिले है।
31 प्रतिशत स्कूलों के शौचालय में पानी नहीं
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से दावे किए जा रहे हैं कि 90 प्रतिशत स्कूलों में कायाकल्प के तहत कार्य कराएं जा चुके है,लेकिन रिपोर्ट में सामने आया है कि 31 प्रतिशत स्कूलों के शौचालय में पानी तक की व्यवस्था तक नहीं है।

Related posts

Leave a Comment