नोएडा। सुमित नागर
प्राधिकरण के 200 करोड रुपये के एफडी मामले मे मुख्य वित एंव लेखाधिकारी को निलंबन का नोटिस दिया गया है सीईओ लोकेष एम की और से जारी कारण बताओ नोटिस में तीन दिन मे स्पष्टीकरण मांगा गया है। जवाब से संतुष्ट नही होने की स्थिति मे उनके निलंबन की संस्तुति शासन से की जाएगी। बताया गया कि मामले मे प्रथम दृष्टया कई अनियमितताए पाई गई है जांच मे पता चला है कि बैंक आफॅ इंडिया को बिना नियम के बिड मे शामिल कराया गया । बताया जा रहा है कि सीएफएओ ने अपने स्तर पर बैंक आफॅ इंडिया को बोली के लिए बुलाया था प्राधिकरण के सूत्रो का कहना है कि आमतौर पर इस तरह की बिड मे उन्हे बैंको को बुलाया जाता है जहा पहले से प्राधिकरण का खाता खुला हुआ है लेकिन इस मामले मे नियमो को ताक पर रखकर बैकं आॅफ इंडिया को बोली के लिए बुलाया गया।
बिड के दौरान कुछ बैंको की और से सवाल भी उठाए गए थे उन्होने बैंक आफॅ इंडिया को बुलाने पर आपति जाहिर की थी यहां सबसे बडा सवाल यी भी है कि ऐसी कौन सी मजबूरी थी कि बैंक को बिड मे शामिल कराया गया जिस बैंक मे प्राधिकरण का खाता भी नही है आशंका जताई जा रही है कि इसमे कुछ अन्य सकती है खुलासा अभी तक नही हुआ है जांच के बाद स्पष्ट होगा कि वह किससे मिले थे।

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