राष्ट्र चिंतना के तत्वावधान में समसामयिक ज्वलंत विषयों पर चिंतन-मनन हेतु राष्ट्रवादी विचारों के प्रबुद्ध नागरिकों की बैठक हुई।

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी

राष्ट्र चिंतना के तत्वावधान में समसामयिक ज्वलंत विषयों पर चिंतन-मनन हेतु राष्ट्रवादी विचारों के प्रबुद्ध नागरिकों की एक बैठक यु टर्न, वाई एम सी ऐ कॉम्प्लेक्स में प्रोफेसर बलवंत सिंह राजपूत की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में प्रत्येक माह के तीसरे रविवार को एक विचार गोष्ठी आयोजित करने का निर्णय लिया गया। बैठक की अध्यक्षता कुमायूं और गढ़वाल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ बलवंत सिंह राजपूत ने की।
डॉ राजपूत ने कहा कि छात्रों को भारत के गौरवशाली इतिहास और समृद्ध विज्ञान को पढाये जाने की आवश्यकता है। समाज में विभिन्न ज्वलंत विषयों पर सही नैरेटिव स्थापित हो, इसके लिए राष्ट्रचिंतना मंच के माध्यम से प्रयास किया जायेगा।
सभी उपस्थित सदस्यों ने सर्वसम्मति से डॉ बलवंत सिंह राजपूत को अध्यक्ष , डॉ आर के खंडाल, नरेश कुमार गुप्ता, राजेंद्र सोनी एवं डॉ आरती शर्मा को उपाध्यक्ष, उच्चतम न्यायलय के अधिवक्ता अजेय कुमार गुप्ता को महासचिव, प्रोफेसर विवेक कुमार को संगठन सचिव, मेजर निशा सिंह, डॉ उमेश कुमार, आनंद प्रकाश एवं डॉ विश्व दीपक सिंह बघेला को संयुक्त सचिव, संजीव सालवान को व्यवस्था प्रमुख, उमेश पांडे, गुड्डी तोमर और विवेक द्विवेदी को सह व्यवस्था प्रमुख, अशोक राघव को सम्पर्क संयोजक, संगीता सक्सेना और मुकेश रावत को सह सम्पर्क संयोजक, मेजर सुदर्शन सिंह को कोष प्रमुख, प्रोफेसर बबलू सिंह रावत और डॉ नीरज कौशिक को मीडिया प्रमुख तथा आर श्री निवासन, धरम पाल भाटिया, डॉ वी के श्रीवास्तव, किशन पाल सिंह, राजेश बिहारी, नमित भाटी, अधिवक्ता अरविन्द चौहान, विनय चौधरी, रविंद्र पाल सिंह, विवेक अरोरा को कार्यकारिणी सदस्य चुना गया।
राष्ट्रचिंतना की इस अगस्त माह की विचार गोष्ठी अगले रविवार को प्रिंस इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनोवेटिव टेक्नोलॉजी में “भारतीय न्याय संहिता – बदलाव की आवश्यकता और लागू करने की चुनौतियां ” विषय पर आयोजित की जाएगी जिसमें उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता अजेय कुमार गुप्ता एवं मेजर सुदर्शन सिंह मुख्या वक्ता के रूप में रहेंगें।

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