नोएडा। कपिल चौधरी
नोएडा में आसपास की सड़कों पर रहने वाले और काम करने वाले बच्चों ने आगे बढ़कर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण में खतरनाक वृद्धि के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए एक पहल की। जाहिर है, पिछले कुछ हफ्तों से प्रदूषण आम लोगों के लिए तो अफरा-तफरी का माहौल बना ही हुआ है, लेकिन बेघर आबादी के लिए यह और भी घातक साबित हो रहा है।
सड़कों पर रहने और काम करने वाले बच्चों के सामने आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, स्ट्रीट चिल्ड्रन के लिए काम करने वाले एक सामाजिक विकास संगठन- चेतना (चाइल्डहुड एनहांसमेंट थ्रू ट्रेनिंग एंड एक्शन) ने जागरूकता बढ़ाने की इस पहल का नेतृत्व किया। बच्चे बड़ी संख्या में सामने आये और उन्होंने इस उद्देश्य के प्रति अपना मजबूत समर्थन प्रदर्शित किया।
बच्चे पोस्टर, नारे और तख्तियां लेकर निकले और आम लोगों से अपील की कि पर्यावरण के प्रति उनके उपेक्षित और असंवेदनशील व्यवहार के कारण हम बच्चों को इसका परिणाम भुगतना पड़ता है। सेक्टर-18 इलाके में घूमी हमारी एनपी वैन ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। वहीं सेक्टर-62 में सामुदायिक जागरूकता के लिए बच्चे एकत्रित हुए।
बच्चों ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के कारण हम बाहर नहीं खेल पा रहे हैं।
इसी तरह एक अन्य बच्चे ने कहा कि हमें बार-बार खांसी हो रही है और दम घुट रहा है, यह बहुत आम बात है, जबकि एक अन्य बच्चे ने कहा कि आंखों में बहुत जलन हो रही है। हमारे पास रहने के लिए कोई सुरक्षित वातावरण नहीं है। यह हमें अतिरिक्त जोखिम में डालता है। इन छोटे बच्चों ने एक महान इरादा दिखाया है और आबादी को एक गंभीर संदेश दिया है। हम सब की भलाई के लिए इस चुनौतीपूर्ण स्थिति को कम करने के लिए हमारे अथक और उद्देश्यपूर्ण प्रयासों की आवश्यकता है।
इस अवसर पर, चेतना के निदेशक श्री संजय गुप्ता जी ने नन्हे परिंदे संपर्क बिंदुओं पर लगभग 400 N95 मास्क वितरित करने की घोषणा की, ताकि बच्चे कम से कम अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत उपाय कर सकें। सेक्टर 52 पर मास्क वितरण वहां के सब-इंस्पेक्टर अमित बालियान के द्वारा कराया गया।