आयुर्योग एक्सपो 2024 का भव्य उद्घाटन: आयुर्वेद और योग के वैश्विक महत्व पर जोर

नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर

इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा में आज आयुर्योग एक्सपो 2024 का भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग के राज्य मंत्री एवं गौतम बुद्ध नगर जिले के प्रभारी मंत्री श्री बृजेश सिंह ने एक्सपो का उद्घाटन किया। इस मौके पर आईएमए-आयुष के संस्थापक डॉ. आर. एस. चौहान, हिमाचल प्रदेश सरकार के आयुष सचिव श्री संदीप कदम, दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम, आईईएमएल के अध्यक्ष श्री राकेश कुमार, आयुर्योग एक्सपो के सलाहकार समिति के अध्यक्ष गुरुजी डॉ. एच. आर. नागेंद्र, एनएमसी के अध्यक्ष डॉ. बी. एन. गंगाधर, आयुर्योग एक्सपो के फेयर अध्यक्ष डॉ. नितिन अग्रवाल, और विश्व आयुर्वेद मिशन के संस्थापक डॉ. जी. एस. तोमर भी उपस्थित थे।

आयुर्योग एक्सपो 2024 में आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी, हर्बल, कृषि, प्राकृतिक फिटनेस और कल्याण उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। यह एक्सपो आपूर्तिकर्ताओं और खरीदारों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है और आयुष, जैविक, प्राकृतिक और कल्याण उद्योगों को एकत्रित करता है।

प्रमुख वक्ताओं के विचार

श्री बृजेश सिंह
मंत्री श्री बृजेश सिंह ने उद्घाटन समारोह में अपने उत्साह को व्यक्त करते हुए कहा, “आयुर्योग एक्सपो 2024 में आप सभी के बीच उपस्थित होकर मुझे अत्यधिक खुशी हो रही है। आयुर्वेद एक प्राचीन विज्ञान है और हमने कोरोना संकट के दौरान इसके प्रभाव को देखा है।” उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की कि कैसे उन्होंने आयुर्वेद की मदद से कोरोना संकट के दौरान सारा प्रबंधन किया। मंत्री ने कहा कि आयुर्वेदिक प्रथाएं हमारे प्राचीन लेखों में उल्लेखित हैं और ये विधियाँ हमारे देश की सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा हैं।

डॉ. एच. आर. नागेंद्र
आयुर्योग एक्सपो के सलाहकार समिति के अध्यक्ष डॉ. एच. आर. नागेंद्र ने अपने मुख्य भाषण में इस कार्यक्रम के वैश्विक प्रभाव को उजागर करते हुए कहा, “आयुर्योग एक्सपो ने वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद और योग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।” उन्होंने पारंपरिक और आधुनिक स्वास्थ्य प्रथाओं के एकीकरण की वकालत की और कहा कि हमें बीमारियों से बचाव पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

श्री संदीप कदम
हिमाचल प्रदेश सरकार के आयुष सचिव श्री संदीप कदम ने कहा, “आयुर्वेद को अब वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में नहीं बल्कि मुख्य चिकित्सा विज्ञान के रूप में पहचाना जाना चाहिए।” उन्होंने इस एक्सपो को ज्ञान साझा करने के लिए एक उत्कृष्ट मंच के रूप में बताया।

डॉ. आशीष गौतम
दिव्य प्रेम सेवा मिशन, हरिद्वार के संस्थापक डॉ. आशीष गौतम ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “मैं कौन हूं और मेरा जन्म क्यों हुआ, ये प्रश्न हमारे पूर्वजों द्वारा हमें दिए गए ज्ञान के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं।”

डॉ. बी. एन. गंगाधर
एनएमसी के अध्यक्ष डॉ. बी. एन. गंगाधर ने पारंपरिक स्वास्थ्य प्रथाओं के लिए एक समावेशी वातावरण का आह्वान किया।

डॉ. आर. एस. चौहान
आईएमए-आयुष के संस्थापक डॉ. आर. एस. चौहान और विश्व आयुर्वेद मिशन के संस्थापक डॉ. जी. एस. तोमर ने आयुष प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकारी समर्थन का आह्वान किया।

डॉ. राकेश कुमार
इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए कहा, “हमारा मिशन ज्ञान साझा करने, सहयोग और पारंपरिक प्रथाओं के संभावित लाभों के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच तैयार करना है।”

डॉ. नितिन अग्रवाल
आयुर्योग एक्सपो के फेयर अध्यक्ष डॉ. नितिन अग्रवाल ने एक्सपो के पिछले संस्करणों की उपलब्धियों को साझा किया और टीम IEML और डॉ. राकेश शर्मा की सराहना की।

एक्सपो का महत्व

आयुर्योग एक्सपो 2024 आयुष उद्योगों के भीतर संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण आयोजन है। उपस्थित लोगों के पास नए भागीदारों की खोज करने, नवीन उत्पादों को ढूंढने और समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए समर्पित वैश्विक समुदाय के साथ जुड़ने का अवसर है। यह एक्सपो पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को बेहतर ढंग से समझने के लिए नवोदित विद्वानों, शोधकर्ताओं, अंतिम उपयोगकर्ताओं और व्यापार निकायों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रस्तुत करता है।

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