नोएडा। दिव्यांशु ठाकुर
चाइल्ड पीजीआई, जो अब तक बच्चों के इलाज के लिए सुपरस्पेशियलिटी चिकित्सा सेवाएं प्रदान करता था, अब किशोरियों की स्वास्थ्य समस्याओं का भी ध्यान रखेगा। विशेष रूप से मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं के इलाज और जागरूकता पर जोर दिया जाएगा। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, चाइल्ड पीजीआई में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. आलोकिता शर्मा की नियुक्ति की गई है। इसके साथ ही पीडियाट्रिक गाइनिकोलॉजी यूनिट की शुरुआत भी हो गई है।
चाइल्ड पीजीआई में 18 वर्ष तक के बच्चों का इलाज किया जाता है, और इसमें अब किशोरियों को मासिक धर्म संबंधी समस्याओं, मैनस्ट्रुअल हाइजीन, और अन्य स्वास्थ्य मुद्दों पर विशेषज्ञ सलाह मिल सकेगी। इसके अलावा, स्कूल और कॉलेजों में जागरूकता शिविर भी लगाए जाने की योजना है, जहां किशोरियों को मासिक धर्म और किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक और मानसिक बदलावों के बारे में जानकारी दी जाएगी। हालांकि, चाइल्ड पीजीआई में प्रसव की सुविधाएं नहीं मिलेंगी, क्योंकि संस्थान केवल बच्चों के इलाज के लिए बनाया गया है, और प्रसव संबंधी सुविधाओं की व्यवस्था अभी नहीं की गई है। स्त्री रोग विशेषज्ञ की सेवाएं 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के इलाज और चिकित्सकीय सलाह के लिए ही उपलब्ध रहेंगी।
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