58वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला ऑटम-2024, जो 16 से 20 अक्तूबर तक इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित हो रहा है, ने टिकाऊ नवाचार और भारतीय हस्तशिल्प की विविधता को प्रदर्शित किया है। ईपीसीएच के अध्यक्ष, श्री दिलीप बैद ने बताया कि मेले में कई प्रमुख आयातक और खरीदार उपस्थित हैं, जिन्होंने नए आपूर्तिकर्ताओं से नवीनतम उत्पादों की खोज की है।
डॉ. राकेश कुमार ने स्थिरता को मेले का केंद्रीय फोकस बताया, जिसमें प्राकृतिक सामग्रियों से बने उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। ब्रिटेन के खरीदार मार्टिन टेनेंट ने भारतीय हस्तशिल्प की विशिष्टता की सराहना की, जबकि ऑस्ट्रेलियाई खरीदार बेकी ने असाधारण शिल्पकला की बात की। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने बताया कि स्थिरता के लिए वृक्ष प्रमाणन को बढ़ावा दिया जा रहा है। मेले में सेमिनारों के जरिए सस्टेनेबल डिज़ाइन प्रथाओं और आगामी ट्रेंड्स पर चर्चा की गई। रैंप शो ने फैशन जूलरी और एक्सेसरीज को आकर्षित किया, जो खरीदारों के बीच उत्साह बढ़ा रहा है।
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