Greater Noida: वर्षों से अपने आशियाने का इंतजार कर रहे जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) के सात हजार फ्लैट खरीदारों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। यमुना प्राधिकरण (यीडा) ने प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जिसे प्रदेश शासन ने स्वीकृति दे दी है। समिति जल्द ही रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी कर विकासकर्ता एजेंसी का चयन करेगी। यीडा स्पेशल डेवलपमेंट जोन (एसडीजेड) की 600 एकड़ से अधिक खाली पड़ी जमीन का उपयोग कर इन अधूरी परियोजनाओं को पूरा करेगा।
Greater Noida: खरीदारों से किए गए वादों के अनुरूप मिलेंगे फ्लैट
जेपी द्वारा आरंभ की गई दस परियोजनाओं के तहत अब तक लगभग 80 फीसदी राशि यानी करीब 1900 करोड़ रुपये खरीदारों से वसूले जा चुके हैं, जबकि कंपनी ने कुल लागत 2433 करोड़ आंकी थी। लगभग 1800 खरीदार अपनी रकम पूर्व में वापस ले चुके हैं, लेकिन अभी भी सात हजार से अधिक लोग फंसे हुए हैं। अब Greater Noida प्राधिकरण यह सुनिश्चित करेगा कि खरीदारों को उन्हीं शर्तों पर फ्लैट मिलें जैसे जेपी ने वादा किया था। न्यायालय के निर्देश पर फ्लैट निर्माण की जिम्मेदारी अब यीडा पर है, और निर्माण कार्य की समयसीमा भी तय कर दी गई है. अधूरी परियोजनाएं 1 से 2.5 वर्षों के भीतर पूरी की जाएंगी।
जमीन से जुटेगा फंड, नहीं पड़ेगा खरीदारों पर बोझ
यीडा ने 276 एकड़ आवासीय और 291 एकड़ व्यावसायिक भूमि का औसतन 80 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर की दर से आवंटन कर परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने की योजना बनाई है। वर्ष 2009-10 में जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स को स्पोर्ट्स सिटी परियोजना के तहत 1000 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई थी, जिसमें बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट और संबंधित दस आवासीय योजनाएं शामिल थीं। अब एक बार फिर उम्मीदें जाग उठी हैं कि Greater Noida में वर्षों से अधर में लटके इन सपनों को पंख मिलेंगे और हजारों परिवारों को उनका अपना घर मिलेगा।