Belly Fat: भारत में मोटापा तेजी से बढ़ रही स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। आंकड़ों के अनुसार, 10 करोड़ से अधिक लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, जिसमें खासतौर पर पेट की चर्बी (बेली फैट) प्रमुख चिंता का विषय बनी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 12% पुरुष और 40% महिलाएं बेली फैट से प्रभावित हैं। केरल (65.4%), तमिलनाडु (57.9%), पंजाब (62.5%) और दिल्ली (59%) में मोटापे की दर अधिक देखी गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में मोटापे पर चिंता जताते हुए लोगों से खानपान में 10% तक तेल की मात्रा कम करने की अपील की। एम्स दिल्ली के निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास के अनुसार, यह समस्या शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में फैल रही है, जिसे संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से नियंत्रित किया जा सकता है।
Belly Fat: मोटापा घटाने के लिए जरूरी जीवनशैली परिवर्तन
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि असंतुलित खानपान और निष्क्रिय जीवनशैली मोटापे का मुख्य कारण हैं। अत्यधिक तला-भुना भोजन, जंक फूड और मीठे पदार्थों के सेवन से शरीर में चर्बी जमा होती है, जिससे हृदय रोग, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। आहार विशेषज्ञ डॉ. प्रतिमा सिंह के अनुसार, वजन नियंत्रित रखने का सबसे आसान तरीका है कि आप जितनी कैलोरी का सेवन करें, उससे अधिक बर्न करें। इसके लिए लोगों को सक्रिय जीवनशैली अपनानी चाहिए, नियमित व्यायाम करना चाहिए और पर्याप्त नींद लेनी चाहिए।
वजन घटाने के लिए क्या करें और क्या न करें
Belly Fat कम करने के लिए स्वस्थ आहार आवश्यक है। भोजन में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ वसा को शामिल करें। दिनभर हाइड्रेटेड रहें और हर सप्ताह कम से कम 150 मिनट व्यायाम करें। तली-भुनी चीजें, पैकेज्ड फूड, चीनी और कार्बोहाइड्रेट युक्त पेय पदार्थों का सेवन कम करें। तनाव को कम करने और अच्छी नींद लेने की आदत डालें। मोटापे से बचने के लिए संतुलित आहार और सक्रिय जीवनशैली को अपनाना बेहद जरूरी है।
Discover more from Noida Views
Subscribe to get the latest posts sent to your email.