लोगों को पसंद आ रहा है सीईओ रवि कुमार एनजी का ऑन द स्पॉट समस्या का निस्तारण, बदलाव दिखने लगा है

ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हवा बदलने लगी है। मौसम सुहाना होने लगा है। अधिकारी कर्मचारी बदले बदले से नजर आने लगे हैं। क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए बदलाव की शुरुआत हो गई है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं बदलाव शुरू हो गया है। कर्मचारी अधिकारियों में यह सोच उत्पन्न होने लगी अगर सीट पर रहना है तो काम तो करना होगा। बहाने बाजी का दौर बीत चुका है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी ने करीब 40 दिन पहले जब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का चार्ज संभाला था। तो अपनी पहली ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने साफ संकेत दिए थे। की अधिकारी कर्मचारियों को कार्य करना होगा। पुराना रवैया छोड़ना होगा। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद पत्रकारों से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की छवि सुधारने के लिए कुछ समय मांगा था और उनकी वह बात है आज सही साबित होती नजर आ रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारियों में सकारात्मक नजर आने लगी है बदलाव हो रहा है।

समस्या का ऑन द स्पॉट निस्तारण

सीईओ रवि कुमार एनजी की छवि समस्या का ऑन द स्पॉट निस्तारण करने की बन चुकी है। लोगों को उनका यह तरीका सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है। सीईओ रवि कुमार एनजी के सामने रोजाना दर्जनों लोग अपनी समस्याएं लेकर के पहुंचते है। जन समस्याएं सुनने के दौरान सीईओ अपने पास सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और एसीईओ को बैठाते हैं। जिससे कि जिस विभाग की समस्या आती है उसे ऑन द स्पॉट निस्तारण करने की कार्रवाई की जाती है और अगर वह समस्या तुरंत निस्तारण नहीं होती है तो एक निर्धारित समय दिया जाता है जिस पर उस समस्या का निस्तारण कर दिया जाता है।

सीईओ रवि कुमार एनजी द्वारा की जा रही जनसुनवाई में किसान, आम आदमी, अलॉटी, व्यापारी, उद्यमी आदि में प्राधिकरण पर विश्वास बढ़ रहा है। सभी को लगने लगा है कि उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई है आजकल प्राधिकरण में कोई भी आम से आम व्यक्ति अपनी बात सीधे मुख्य कार्यपालक अधिकारी के समक्ष रख सकता है और मुख्य कार्यपालक अधिकारी के द्वारा हर व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से लिया जाता है और समस्या के निस्तारण की तरफ बड़ा जाता है। जो लोग हिम्मत हार कर बैठ गए थे अपने काम के लिए। उनको फिर से उम्मीदे जगने लगी है और उन्हें विश्वास हो चला है कि अब उनके काम हो सकते हैं।

Related posts

Leave a Comment