ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी
ग्रैड्स इंटरनेशनल स्कूल एटा 2, ग्रेटर नोएडा और डिवाइन मदर इंटरनेशनल स्कूल खुर्जा को हाल ही में इंडिया हैबिटेट सेंटर में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन और पीओपी उत्सव में भाग लेने का अवसर मिला। ग्रैड्स इंटरनेशनल स्कूल से विज्ञान परियोजना समन्वयक श्रुति द्विवेदी, अन्वेषण क्लब प्रभारी अलका सिंह, खेल विज्ञान शिक्षक मयंक खारी और डिवाइन मदर इंटरनेशनल स्कूल से सोनू, मिस शिवानी, रमाकांत सहित कक्षा छह से नौ तक के छात्रों ने सम्मेलन में भाग लिया। पीओपी (प्रोटेक्ट आयर प्लैनेट) आंदोलन की स्थापना 2016 में पृथ्वी दिवस पर स्वर्गीय डॉ. आर.के.पचौरी द्वारा की गई थी। डॉ पचौरी 2007 में अंतर सरकारी पैनल (आईपीसीसी) की ओर से जलवायु परिवर्तन पर काम करते के लिए नोबेल शांति पुरस्कार स्वीकार किया। उनके बेटे, डॉ. ऐश पचौरी अब पीओपी का नेतृत्व करते हैं। महोत्सव में सम्मेलन के 6 सत्र, 2 कार्यशालाएँ, 38 देश, 41 भागीदार, 30 युवा वक्ता और 56bप्रतिनिधियों थे जिन्होंने सक्रिय रूप से भाग लिया। महामहिम बान-की-मून जैसे यूएनओ के कई नेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ता, नोबेल शांति पुरस्कार (2014) विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी सहित यूएनडीपी के अन्य नेताओं ने भी ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया। प्रथम ऑस्ट्रेलियाई नोबेल शांति पुरस्कार विजेता न्यूरोसर्जन डॉ. रूथ मिशेल की उपस्थिति समारोह में चार चांद लगा दी थी। यह वास्तव में छात्रों और शिक्षकों के लिए सीखने का एक उत्कृष्ट अनुभव था।
ग्रैड्स इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल अदिति बासु रॉय और डिवाइन मदर इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल गुंजन अत्री को शाम को हाई प्रोफाइल पुरस्कार समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। ग्रैड्स इंटरनेशनल स्कूल ग्रेटर नोएडा के प्रिंसिपल और द डिवाइन मदर इंटरनेशनल स्कूल, खुर्जा के प्रिंसिपल को दुनिया के विभिन्न देशों के राजदूतों और वैश्विक जलवायु कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में जलवायु कार्रवाई में स्कूलों की सक्रिय भागीदारी के लिए डॉ. ऐश पचौरी और डॉ. सरोज पचौरी से पुरस्कार मिला। कार्यक्रम का संचालन टेलीविजन के प्रसिद्ध समाचार वाचक विक्रम चंद्रा ने किया।