ग्रेटर नोएडा कपिल चौधरी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लेखपालों ने बड़े-बड़े कारनामे में किए हैं। भ्रष्टाचार करने के लिए यह लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिक बड़े अधिकारियों पर जो आरोप लग रहे हैं वह इन्हीं के कारण लग रहे हैं एसआईटी जांच लीक करने में भी इस लेखपाल की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
भूमि का सबसे बड़ा जानकारी लेखपाल को ही माना जाता है और जमीनों के साथ खेल भी यही करते हैं। ऐसा ही एक खेल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लेखपाल ने किया है सालों से यह लेखपाल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में ही जमा हुआ है।
मृतक किसान का फर्जी तरीके से उठाया मुआवजा
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में आने वाले गांव जोनसमाना में एक मृतक किसान की जमीन का फर्जी तरीके से मुआवजा उठाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक के स्थान पर किसी दूसरे फर्जी व्यक्ति के नाम पर प्राधिकरण से करोड़ों रुपए मुआवजा उठाया गया है। ऐसे अनेकों फर्जीवाड़े इस लेखपाल के द्वारा किए गए हैं। जोनसमाना में हुए फर्जीवाड़ी की जांच होनी चाहिए। आखिरकार कैसे मृतक किसान के स्थान पर किसी दूसरे फर्जी किसान के द्वारा उठा लिया गया।