CJI BR Gavai: न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने बुधवार को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ ली। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में पद की शपथ दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। उन्होंने न्यायमूर्ति संजीव खन्ना का स्थान लिया, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। परंपरा के अनुसार, सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश होने के कारण उनके नाम की सिफारिश की गई थी।
न्यायमूर्ति गवई का न्याय क्षेत्र में लंबा और महत्वपूर्ण अनुभव रहा है। उन्होंने 1985 में वकालत शुरू की थी और कई सरकारी पदों पर कार्य किया। 2003 में वे बॉम्बे हाईकोर्ट के न्यायाधीश बने और 2019 में सुप्रीम कोर्ट के जज नियुक्त हुए। उन्होंने अनुच्छेद 370, नोटबंदी, ईडी निदेशक का कार्यकाल और बुलडोजर कार्रवाई जैसे कई महत्वपूर्ण मामलों में ऐतिहासिक फैसले दिए हैं।
जस्टिस गवई महाराष्ट्र के अमरावती में जन्मे हैं और वे अनुसूचित जाति से आने वाले देश के दूसरे मुख्य न्यायाधीश हैं। उनके पिता आरएस गवई बिहार और केरल के राज्यपाल रह चुके हैं। उन्होंने राजीव गांधी हत्याकांड में दोषियों की रिहाई, वणियार आरक्षण को असंवैधानिक ठहराना और कई राजनीतिक नेताओं को जमानत देने जैसे फैसलों में भी अहम भूमिका निभाई है।
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