ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में सीईओ एनजी रवि कुमार के चार्ज संभालने के बाद से कुछ बदलाव आने शुरू हुए थे और स्थिति सुधरने लगी थी। लेकिन पिछले कुछ समय से निचले स्तर के लिए जो आदेश ऊपर से चलते हैं नीचे पहुंचते – पहुंचते कमजोर पड़ जाते हैं जमीन पर उनका असर उतना देखने को नहीं मिलता जितना कि ऊपर से आदेश दिया हुआ होता है। प्राधिकरण में तैनात एसीईओ स्तर के अधिकारी बेहद जिम्मेदारी और सतर्कता के साथ कार्यों को कर रहे हैं हर फाइल…
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बच्चे ही नही बड़ो में भी है मोबाइल की लत, मोबाइल की लत से विभिन्न बीमारियों होने की संभावनाएं
बच्चे ही नही बड़ो में मोबाइल की लत लग जाती है। कई बार माता-पिता भी बिजी होने के कारण या बच्चे को खाना खिलाने के लिए मोबाइल का लालच देते हैं। यही लालच देखते ही देखते उनमें एडिक्शन बन जाता है। जिससे बच्चे के विकास पर बुरी प्रभाव पड़ सकता है और बच्चा जिद्दी हो जाता है।शारदा अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ निखिल नायर बताते कई स्टडी ये बताती है कि जो बच्चे कम उम्र में स्क्रीन के संपर्क में आ रहे हैं, और जो बच्चे मोबाइल उपकरणों पर ज्यादा समय…
ग्रेनो प्राधिकरण में कर्मचारियों की बेहद कमी, कर्मचारियों को हटाना समाधान नहीं बल्कि समय सीमा में उन्हीं से कराएं जाए पुराने कार्य
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में लंबित कामों का अंबार लगा हुआ है। आए दिन सैकड़ों लोग अपने काम के लिए प्राधिकरण में आते हैं। ज्यादातर लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। लेकिन किसी दिन तो होगा की उम्मीद को लेकर के लौट जाते हैं। इसी तरह लंबे अरसे से प्राधिकरण के चक्कर काट रहे हैं। प्राधिकरण के कर्मचारियों के साथ कभी गुस्से में वार्ता करते हैं तो कभी बेहद नरमी में। अपने कार्य पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं कार्य समय पर पूरा न होने…
लोगों को पसंद आ रहा है सीईओ रवि कुमार एनजी का ऑन द स्पॉट समस्या का निस्तारण, बदलाव दिखने लगा है
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में हवा बदलने लगी है। मौसम सुहाना होने लगा है। अधिकारी कर्मचारी बदले बदले से नजर आने लगे हैं। क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए बदलाव की शुरुआत हो गई है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को नजदीक से जानने वाले लोग बताते हैं बदलाव शुरू हो गया है। कर्मचारी अधिकारियों में यह सोच उत्पन्न होने लगी अगर सीट पर रहना है तो काम तो करना होगा। बहाने बाजी का दौर बीत चुका है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी ने…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नए सीईओ आईएएस रवि कुमार एनजी ने संभाली जिम्मेदारी, मुंह बाए खड़ी चुनौतियां
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में नए सीईओ के तौर पर गोरखपुर मंडलायुक्त रहे आईएएस रवि कुमार एनजी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। रवि कुमार एन जी को ब्यूरोक्रेसी का बहुत लंबा अनुभव है। प्रदेश और केंद्र में बहुत महत्वपूर्ण पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। मौजूदा हालातों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का सीईओ पद चुनौतियों से भरा हुआ है। सीईओ के लिए सबसे पहली चुनौती किसानों के दोबारा से उठा रहे आंदोलन को शांत कराना होगा। क्योंकि किसानों का प्राधिकरण के अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के महीनों से हो रहे वादे सिर्फ कागजों में सिमटे, जमीन पर सूखा ही सूखा
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी द्वारा ग्रेटर नोएडा शहर के विकास के लिए बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाई गई। बड़े-बड़े प्लान तैयार किए गए। खूब बैठ हुई। बड़ी-बड़ी बातें की गई। शहर के लोगों को भी लगने लगा अब ग्रेटर नोएडा शहर के भी अच्छे दिन आने वाले हैं। किसानों की समस्याएं भी हल हो जाएगी। सेक्टरों में भी खूब तरक्की होगी। ग्रेटर नोएडा शहर विकास की तरफ अग्रसर होगा। लेकिन दुख इस बात का है जहां पिछले साल खड़े थे आज भी स्थिति कमोबेश वही है। हो…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बाबू के बदले जाएं विभाग, वर्षों से एक ही भाग में जमे बाबू भ्रष्टाचार को दे रहे हैं अंजाम
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी प्रदेश सरकार और प्राधिकरण के बड़े-बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार को कम करने के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं और बड़े-बड़े प्लान बनाए जा रहे हैं। लेकिन बाबू पूरी मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। आम नागरिकों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की छवि को जो सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाबू है। भ्रष्टाचार पहले बाबू के स्तर पर ही होता है बाबू ही भ्रष्टाचार की पटकथा लिखता है और बाबू के द्वारा ही लोगों को सबसे ज्यादा प्रताड़ित किया जाता है।…
आरटीआई का जवाब क्यों नहीं देते हैं प्राधिकरण, जनसूचना के कानून का बना दिया मजा
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी प्राधिकरण के अधिकारी प्राधिकरण में आने वाले लोगों को इंफॉर्मेशन तो देते ही नहीं है। अब उन्होंने सूचना के अधिकार का मजाक बनाना भी शुरू कर दिया है। प्राधिकरण के अधिकारी पहले तो आपको किसी भी सूचना का कोई जवाब नहीं देंगे अगर आप ज्यादा जबरदस्ती करोगे तो आपको अनाप-शनाप जवाब या फिर किसी धारा का हवाला देकर टरकाने की कोशिश की जाएगी। लेकिन प्राधिकरण से आरटीआई के माध्यम से जवाब निकलवाने का मतलब प्राधिकरण के आप को कम से कम 20 चक्कर काटने होंगे और…
बिना जनप्रतिनिधियों के अनाथ हुए गांव, किस से कहें अपनी समस्याएं
ग्रेटर नोएडा। कपिल चौधरी गौतम बुध नगर में जो गांव प्राधिकरण के एरिया में आ गए हैं उन गांव में प्रधानी काफी पहले खत्म कर दी गई। गांव के लोगों की सुनने वाले काफी जनप्रतिनिधि होते थे। अगर हम नीचे से बात करें बीडीसी, प्रधान, जिला पंचायत सदस्य और यह लोग गाँव की समस्याओं से भली-भांति परिचित होते थे और उन्हें हल करने का पूरा प्रयास इनके द्वारा किया जाता था। लेकिन अब सबसे पहला जनप्रतिनिधि ही विधायक है जोकि कई लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। उसके लिए हर…
प्राधिकरण का तानाशाही रवैया, किसानों की रात सड़क पर गुजार रही, जनप्रतिनिधि चुनाव प्रचार में मस्त किसानों से बनाई दूरी
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ किसान पिछले कई दिनों से आंदोलनरत है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसानों का महापड़ाव लगभग पिछले सप्ताह से चल रहा है। जिसमें क्षेत्र के किसान दिन रात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे हैं। लेकिन बड़े दुःख की बात है कि जनप्रतिनिधि किसानों से मिलना ही नहीं चाहते। किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गेट के बाहर धरना दे रहे हैं लेकिन उसके बावजूद भी कोई उनकी समस्या को सुनने के लिए तैयार नहीं है। जिनको अपनी समस्या हल करने के…
किसान और प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक बेनतीजा, किसान आंदोलन महापड़ाव जारी रहेगा
ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसानों का महापड़ाव लगभग पिछले सप्ताह से चल रहा है। जिसमें क्षेत्र के किसान दिन रात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के गेट पर धरना दे रहे हैं अन्य संगठनों ने भी आंदोलन में अपना समर्थन दिया। जिसमें लगभग एक हज़ार से ज्यादा किसान ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पहुंचे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। किसानों की प्रमुख मांगे:- आंदोलन में आए बड़े-बड़े वक्ताओं ने अपनी बातें रखी और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को आईना दिखाने का काम किया। जिसके बाद शाम 3 से…
प्ले स्कूल के प्लॉट पर चल रहे अवैध कमर्शियल कंपलेक्स पर कब होगी कार्रवाई
ग्रेटर नोएडा । कपिल तोंगड़ किसानों और आम लोगों पर कार्रवाई करने में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण कोई भी देरी नहीं करता है लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ही पूर्व कर्मचारी और रसूखदार लोगों के अवैध कार्य पर प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी कार्रवाई करने के नाम पर अगल-बगल झाड़ते नजर आते हैं। उनके सामने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बुलडोजर की भी हवा निकल जाती है जबकि किसानों और आम लोगों के अवैध निर्माण पर तुरंत चलता है बुलडोजर, ये भेद भाव क्यों? संस्थागत के प्लाट पर कमर्शियल काम चल रहा…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का सबसे महत्वपूर्ण 60 मीटर रोड चढ़ा अवैध निर्माण की भेंट, सोते रहे अधिकारी
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ हाईटेक शहर में हर कार्य प्लानिंग के तहत किया जाता है मास्टर प्लान के अनुसार योजनाएं बनती है और उनका क्रियान्वयन किया जाता है। लेकिन पिछले कुछ समय से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की महत्वपूर्ण योजनाओं पर अवैध निर्माण का ग्रहण लगता जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की उदासीनता के कारण प्राधिकरण ने जो महत्वपूर्ण रोड निकालने के लिए जिस जमीन को पूर्व में चिन्हित किया था। आज वह जमीनी भी अवैध निर्माण की भेंट चढ़ गई है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की प्लानिंग धूमिल…
शक्ति विहीन नजर आते हैं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बड़े-बड़े अधिकारी, फाइलों पर टिप्पणी देने से बचते हैं
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अपने काम से आने वाले लोग एक बात की चर्चा करते नजर आते हैं कहते हैं कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। कामों की रफ्तार कछुआ चाल से भी धीमी हो गई है। अधिकारी निर्णय लेने से बचते नजर आते हैं फाइलों पर साइन करने से पहले बहुत बार टालमटोल की जाती है और जब साइन करना मजबूरी ही बन जाता है तभी किसी फाइल पर साइन करते हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों की स्थिति…
ओएसडी विशु राजा के लिए अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध निर्माण को रोकना और अधिकारी ठेकेदारों का गठजोड़ तोड़ना बड़ी चुनौती
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पिछले काफी महीनों से जीएम प्रोजेक्ट का पद खाली था। जिसके चलते कुछ कार्य रुक से गए थे। अब हाल ही में पीसीएस (ओएसडी) विशु राजा ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में जीएम प्रोजेक्ट का पद संभाला है और कामकाज शुरू कर दिया है। विशु राजा की छवि ईमानदार और कर्मठ अधिकारी की है ग्रेटर नोएडा में कुछ समस्याएं बाहें फैलाए खड़ी है। जिनमें सबसे बड़ी समस्या है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में हो रहे अवैध कॉलोनियों के निर्माण और ठेकेदारों…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण : अगर किसी अधिकारी के पास है एक से ज्यादा कार्यालय, तो तुरंत छोड़े अन्यथा कार्रवाई के लिए रहे तैयार
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में एक अलग ही खेल देखने को मिल रहा है। प्राधिकरण अधिकारी दो दो या तीन तीन कार्यालय कब्जा ने में लगे हैं। जैसे ही किसी अधिकारी का ट्रांसफर या सेवा निवृत्त होते हैं तुरंत बाद जूनियर अधिकारी उनके ऑफिस पर कब्जा कर लेता है और साथ ही अपने पुराने ऑफिस को भी अपने कब्जे में रखता है। ऐसे अनेकों उदाहरण प्राधिकरण में देखने को मिलेंगे। प्राधिकरण कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भी एक से ज्यादा कार्यालय ले रखे हैं। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट में…
नीलामी प्रक्रिया के तहत आम आदमी और MSME उद्यमियों को इस क्षेत्र से खत्म करना चाहते हैं प्राधिकरण?
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ गौतम बुध नगर में इस समय तीन औद्योगिक प्राधिकरण कार्य कर रहे हैं। जिनमें सबसे पहले नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की स्थापना हुई थी। उसके बाद ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण, और सबसे आखिर में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण की स्थापना हुई। जैसे कि इन प्राधिकरण के नाम से ही पता लग रहा है कि इनकी स्थापना क्षेत्र में उद्योगों के विकास के लिए की गई थी। जिसमें इन्हें जिले में ज्यादा से ज्यादा उद्योग स्थापित करने थे और उन्हें बेहतर से बेहतर सुविधाएं प्रदान करनी…
शिक्षा के मंदिर को बना दिया शॉपिंग मॉल, अभिभावकों के साथ खुलेआम लूट की जा रही है, बच्चे स्कूल के एडवरटाइजिंग बोर्ड है?
ग्रेटर नोएडा । कपिल तोंगड़ हर चीज आप को स्कूल से लेनी है किताब आप को स्कूल से लेनी है कॉपी स्कूल के नाम की होनी चहिये। यूनिफॉर्म आप को स्कूल से लेनी है टाई बेल्ट आप को स्कूल से लेनी है स्कूल बैग आप को स्कूल से लेना है बस एक चीज आप बाहर से ले सकते हैं और वह है शिक्षा। शिक्षा के लिए आप बाहर से ट्यूशन लगा सकते हैं अगर स्कूल वालों का बस चले तो बच्चों के लिए आटा चावल भी स्कूल से ही देने…
ऋतु महेश्वरी की सराहनीय पहल: सालों से भटक रहे किसानों को जल्द मिलेंगे आबादी भूखंड, खोजें जा रहे प्रार्थना पत्र
ग्रेटर नोएडा। कपिल तोंगड़ सैकड़ों किसान रोजाना ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय में अपने किसान आबादी भूखंड के आवंटन के लिए चककर लगाते है। प्राधिकरण में 2 से 3 घंटे बिताने के बाद निराश हो कर के लौट जाते हैं। उन्हें प्लॉट मिलने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। सिर्फ अंधेरा ही अंधेरा दिखाई पड़ता था लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ऋतु महेश्वरी और एसीईओ आनंद वर्धन के कारण किसानों आबादी प्लॉट मिलने की उम्मीदों का अंधेरा छुटने लगा है। छूट न जाए किसी का भी प्रार्थना पत्र…
पौत्र सचिन भाटी ने दादा के 101 वें जन्मदिन पर करीब पांच लाख रुपये दान किए l
ग्रेटर नोएडा। कपिल कुमार सौ वर्ष की आयु में कोई व्यक्ति पूरी तरह स्वस्थ हो और बिना चश्मा के अखबार पढ़ लेता हो। तो इसे कुदरत का करिश्मा ही कह सकते हैं lदादरी ब्लाक के ग्राम सैन्थली के भजन लाल भाटी उर्फ भजनी का 101वा जन्मदिन विगत दिवस मनाया गया I 101 वर्ष की आयु में भी बाबा भजनी का स्वास्थ काफी ठीक है l क्षेत्र में बाबा भजनी की आयु के अब गिने-चुने बुजुर्ग ही बचे हैं lग्राम सैन्थली के प्रधान और बाबा भजनी के पौत्र सचिन भाटी ने…
बुलडोजर को पहचानिए वो बढ़ रहा है थोड़ा थोड़ा रोज आपकी तरफ भी, जरूर पढ़े।
अगर आपको लगता है कि कानपुर में हुए वीभत्स अपराध के जिम्मेदार सिर्फ अधिकारी हैं तो या आप बहुत मासूम हैं या आपकी दृष्टि बहुत सीमित है। बुलडोजर सबसे पहले उस गरीब के घर पर नहीं चला है,पहले संविधान पर चला था जहां दिए गए मूल अधिकार को रौंदा था बुलडोजर ने और आप खुश थे। उसके बाद बुलडोजर चला कानून की प्रक्रिया पर जहां न अपील न वकील न दलील और फैसला होने लगा। आप खुश। फिर बुलडोजर ने रौंदा अदालत के कार्य क्षेत्र को और अधिकारी अदालत बन…
नोएडा व्यूज की मुहिम का असर: अधिकारी और दलालों का गठजोड़ किसी से छिपा नहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में 1:30 बजे के बाद नहीं देखेगा कोई बाहरी व्यक्ति।
ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अब दोपहर 1:30 बजे के बाद किसी भी अलॉटी और किसान को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यह आदेश ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ की तरफ से जारी किया है। अगर किसी को ज्यादा जरूरी ही काम है तो वह सीईओ, एसीईओ, ओएसडी, सीनियर मैनेजर या मैनेजर की अनुमति से ही अंदर जा सकता है। नोएडा व्यूज पिछले काफी समय से दलालों के मुद्दे को उठाता रहा है। नोएडा व्यूज पहले भी यह खुलासा कर चुका है कि दलाल ऑफिस में बैठकर…
आम आदमी का ग्रेटर नोएडा में घर खरीदने का सपना फिर रह जाएगा अधूरा, नीलामी के तहत बेचे जाएंगे प्लॉट।
पिछले कुछ सालों से प्राधिकरण यही काम कर रहा है किसानों से सस्ते दामों पर जमीन खरीद रहा है और निवेशक को नीलामी के तहत महंगे दामों पर जमीन बेची जा रही है। ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में आवासीय प्लॉटों की स्कीम निकाली है। जिसमें कुल 162 प्लॉट शामिल है जोकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पहले से ही बसे हुए सेक्टरों में प्लॉट है। जैसे डेल्टा, सिगमा आदि सेक्टर इन सेक्टरों में लोग पहले से ही लोग रह रहे हैं। प्राधिकरण की तरफ से इन प्लॉटों…
साल 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था 20 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच ने का अनुमान।
ग्रेटर नॉएडा। प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने कहा है कि साल 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था 20 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इसी दौरान तक प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ जाएगी। हैदराबाद विश्वविद्यालय में आयोजित भारतीय इकोनॉमिट्रिक सोसायिटी के 57वें सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बिबेक देबरॉय ने कहा कि कोविड-19 महामारी जा चुकी है। लेकिन चीन, रूस-यूक्रेन युद्ध, यूरोप और अमेरिका के आर्थिक हालात को लेकर अभी पूरी दुनिया में अनिश्चितता है। लोगों को…
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की बिल्डिंग में एयर वेंटीलेशन ना होने के कारण बीमारी का खतरा बढ़ रहा है।
कार्यालय में पीने के पानी की भी किल्लत है। ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय की बिल्डिंग बहुत भव्य और शानदार बनी हुई है लेकिन कुछ छोटी मोटी कमियों के कारण वहां पर आने वाले लोग और कर्मचारियों बिल्डिंग में अच्छा महसूस नहीं करते हैं बिल्डिंग में वेंटिलेशन ना होने के कारण यह समस्या बनी हुई एक रिपोर्ट के अनुसार खराब वेंटीलेशन आपकी इम्यूनिटी के साथ-साथ कार्य क्षमता पर भी डालता है प्रतिकूल असर। कार्यालय में खराब वेंटिलेशन के कारण कोरोना संक्रमण ही नहीं फैलता, बल्कि…
अस्माकम् ! देशस्य गंगा पवित्रतमा सरिता अस्ति।
लेखक – रामवीर तँवर, पौंड मैन नदियों में गंगा श्रेष्ठ है यह मात्र एक नदी नहीं है बल्कि भारत का हृदय है। भारतीय नदियों में सबसे महत्वपूर्ण कल-कल करती अविरल गंगा नदी जिसका भारतिय संस्कृति में उच्चत्तम स्थान है, इसिलिए इसे मां का दर्जा दिया गया है। जिस नदी को देश नहीं बल्कि विदेशों में भी लोग पूजते है, उस गंगा के हालात एक समय में दयनीय थे। जिस गंगा नदी को सभी पूजते है लेकिन मां गंगा की पूजा के बाद उसी पूजा की सामाग्री हम नदी में बहा…
भारत के नौजवान मुस्लिम युवकों का आदर्श शहीद अशफाक उल्ला खां होने चाहिए।
लेखक आर्य सागर खारी (लेखक द्वारा 3 वर्ष पूर्व तत्कालीन ज्वलंत परिस्थितियों के लिए लिखा गया लेख जो आज भी प्रासंगिक है) आज देश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उपद्रवी मुसलमान युवक देश की संपत्ति को जला रहे हैं पत्थर मारकर राहगीरों को घायल कर रहे हैं … पढ़ा लिखा अनपढ़ मुसलमान समझने को तैयार नहीं है कि नागरिकता संशोधन कानून से भारतीय मुस्लिम नागरिकों के हितों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा उनकी नागरिकता सुरक्षित बनी रहेगी | लेकिन अकेले मुस्लिम संगठनों मुसलमानों को ही दोष क्यों दे?…
क्या प्राधिकरण ने कभी सोचा कि उसके अधिसूचित एरिया में अवैध कालोनिया क्यों कट रही है?
ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा शहर मे सबसे ज्यादा बात किसी चीज की हो रही है तो वह है अवैध निर्माण, लेकिन ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह कभी सोचा ही नहीं की अवैध निर्माण या अवैध कालोनियां क्यों काटी जा रही है ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिसूचित एरिया में, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को अपनी कार्यशैली पर सोचने की जरूरत है क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इन लोगों की जमीन अधिग्रहण कर ली है? ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सिर्फ अपनी भविष्य की जरूरत देख रहा…
किसके इशारे पर लगे हुए हैं अवैध होर्डिंग बोर्ड?
ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा शहर में अवैध होर्डिंग बोर्ड की भरमार है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में जगह-जगह आपको अवैध होल्डिंग बोर्ड लगे दिखाई देंगे। आखिरकार इन पर कार्यवाही क्यों नहीं होती है, क्यों इन्हें हटाया नहीं जाता है किन अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है इन अवैध हार्डिंग बोर्ड लगाने वालों को, इनके खिलाफ FIR क्यों नहीं की जाती? ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अवैध होर्डिंग की भरमार सबसे ज्यादा अवैध होर्डिंग ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगाए जा रहे हैं। चाहे हिंडन नदी के किनारे हो, गौड़ सिटी के…
प्ले स्कूल के प्लॉट पर खड़ा कर दिया कमर्शियल कंपलेक्स।
ग्रेटर नोएडा । कपिल कुमार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में रोजाना नए-नए कारनामे सामने आ रहे हैं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के नियम कानूनों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जो प्लॉट प्राधिकरण ने संस्थागत के लिए अलॉट किए थे उन पर कमर्शियल कंपलेक्स बना दिए गए। लोग अपने आप ही लैंड यूज चेंज करने लगे हैं जबकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का यह नियम है जो प्लाट जिस कार्य के लिए अलॉट किया गया है उस प्लॉट पर सिर्फ और सिर्फ वही कार्य किया जा सकता है। अल्फा टू में प्ले…