कोचिंग संस्थान के वर्चस्व की लड़ाई में पेंटर ने चुकाई कीमत; सरेराह हुआ अपहरण, 5 घंटे में पुलिस ने छुड़ाया

गाजियाबाद। नंदग्राम के पांच नंबर भट्टा रोड से बृहस्पतिवार दोपहर बाद एक पेंटर (पुताईकर्मी) को सरेराह अगवा कर लिया गया। सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद देर शाम पेंटर को रेस्क्यू किया।
अपहरण के आरोप में कोचिंग इंस्टिट्यूट के संचालक, उसके भाई और कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। अपहरण में प्रयोग हुई स्विफ्ट कार के साथ पेंटर की बाइक भी बरामद कर ली गई है।
जानें पूरा मामला
एसीपी नंदग्राम रवि कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सिहानी के विश्वास नगर में रहने वाला संजीव कुमार, उसका भाई पुष्पेंद्र और उसका कर्मचारी गौतमबुद्धनगर का शिवा है। दोपहर बाद करीब ढाई बजे अपहरण की सूचना मिली थी। एसएचओ नंदग्राम बिजेश कुमार सिंह टीम के‌ साथ मौके पर पहुंचे तो लोगों ने बताया कि एक व्यक्ति दीवार पर कोचिंग इंस्टिट्यूट के विज्ञापन की पुताई कर रहा था।
इसी दौरान स्विफ्ट कार सवार कुछ लोग आए और उसे पीटते हुए कार में बिठाकर भाग गए। एक व्यक्ति उसकी बाइक को कार के पीछे ले गया। कुछ ही देर में पंचशील प्राइम रोज सोसाइटी में रहने वाले ईशान मौके पहुंचे और बताया कि अगवा किया गया व्यक्ति उनका कर्मचारी विपिन है। विपिन को उन्होंने अपने गोविंदपुरम स्थित कोचिंग इंस्टिट्यूट के विज्ञापन की पेंटिंग का काम दिया था।
मारपीट कर किया अगवा
एसीपी के मुताबिक विपिन का अपरहण कोचिंग इंस्टिट्यूट के वर्चस्व को लेकर ही किया गया था। शुरुआती छानबीन में पता चला कि मोरटी में संजीव और पुष्पेंद्र भी अपना कोचिंग इंस्टिट्यूट चलाते हैं। इन दोनों ने ही विपिन को दूसरे कोचिंग इंस्टिट्यूट के विज्ञापन की पुताई करते देख उससे मारपीट की थी। दोनों का कहना था कि उनके क्षेत्र में दूसरे के इंस्टिट्यूट का विज्ञापन क्यों कर रहा है।

Related posts

Leave a Comment