Greater Noida Flood: ग्रेटर नोएडा में बाढ़ का कहर! 20 हजार से ज्यादा लोग सुरक्षित निकाले, 14 गांव प्रभावित

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Greater Noida Flood: यमुना नदी के उफान ने दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में हालात बिगाड़ दिए हैं। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के बाद नोएडा और ग्रेटर नोएडा का लगभग पूरा डूब क्षेत्र (Flood Zone) जलमग्न हो गया है। सेक्टर-150 और 151 समेत डूब क्षेत्र में बने फार्म हाउस पानी में डूब गए हैं। जिला प्रशासन ने अब तक 20 हजार से अधिक लोगों और करीब 3000 मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। इनमें से 2500 लोगों को प्रशासनिक शिविरों में जगह दी गई है, जबकि कई परिवारों ने पुश्ता पर शरण ली है।


प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य (Rescue Operation) तेज कर दिया है। छह रेस्क्यू टीमें और एक एंटी स्नेक वेनम टीम प्रभावित इलाकों में तैनात की गई हैं ताकि आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कैंप लगाकर लोगों को प्राथमिक उपचार, क्लोरीन की गोलियां और एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराई है। अब तक Greater Noida Flood प्रभावित गांवों में खुजली, बुखार और सर्दी-जुकाम के मरीज सामने आए हैं। कंट्रोल रूम नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि जरूरतमंद लोग तुरंत मदद ले सकें।


लगातार हो रही बारिश ने राहत कैंपों में रह रहे लोगों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। पुश्ता पर तिरपाल लगाकर डेरा जमाए लोग बारिश से परेशान नजर आए। वहीं हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से चोटपुर और छिजारसी जैसे निचले इलाकों में पानी भर गया है, जिससे कई परिवारों को अपने घर खाली करने पड़े हैं। दूसरी ओर, Noida Authority के सेक्टर-6 स्थित दफ्तर में भी पानी भर गया, जिससे कर्मचारियों और आने वाले लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ीं।


बारिश और बाढ़ का असर ट्रैफिक पर भी साफ दिखा। डीएनडी, उद्योग मार्ग, सेक्टर-59, 62 और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव से जाम की स्थिति बनी रही। कई सेक्टरों की सोसाइटियों में बिजली फॉल्ट की समस्या भी आई। Experts का मानना है कि जलनिकासी व्यवस्था (Drainage System) की कमजोरियों ने हालात को और बिगाड़ा है। फिलहाल प्रशासन और रेस्क्यू टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं।

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