Himachal Rain Havoc: भूस्खलन और बाढ़ से तबाही, कई जिलों में मंगलवार को भी बंद रहेंगे स्कूल

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Himachal Rain Havoc: हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही Heavy Rainfall ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन और बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से भारी नुकसान हुआ है। शिमला, सिरमौर और जुब्बल-कोटखाई में अलग-अलग हादसों में पिता-पुत्री समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। चंबा में बिजली कर्मी की करंट लगने से मौत हुई और कई मकान ढहने की घटनाएं सामने आईं। राजधानी शिमला समेत विभिन्न इलाकों में पेड़ गिरने और सड़कें बंद होने से आम लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।


मनाली-लेह हाईवे बंद होने से कोकसर में 250 से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं। Shimla-Kalka Railway Line पर भूस्खलन के कारण पांच सितंबर तक ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। लाहौल, तीर्थन घाटी और सिरमौर जैसे क्षेत्रों में कई घर खाली कराए गए हैं। प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य तेज कर दिया है। सोमवार को शिमला, ऊना और नाहन में 100 मिमी से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे हालात और बिगड़ते जा रहे हैं।


प्रदेश में पांच नेशनल हाईवे समेत 1200 से अधिक सड़कें ठप हैं। 3200 से ज्यादा बिजली ट्रांसफार्मर बंद हो चुके हैं, वहीं करीब 790 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। Chamba-Bharmour Highway समेत कई संपर्क मार्गों पर भूस्खलन के कारण आवाजाही रुक गई है। बंजार और सैंज घाटी में नदी-नालों के उफान से गांवों को खतरा पैदा हो गया है। मौसम विभाग ने मंगलवार को कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों के लिए रेड अलर्ट और अन्य जिलों में Orange Alert जारी किया है।


भारी बारिश और प्राकृतिक आपदा के मद्देनजर शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, किन्नौर, चंबा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों के सभी Educational Institutions मंगलवार को भी बंद रहेंगे। शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को घर से Online Classes लेने के निर्देश दिए हैं। वहीं, तीन सितंबर को शिमला और किन्नौर जिलों में भी भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। राज्य सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से यात्रा न करें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

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