Amir Khan Muttaqi: दारुल उलूम देवबंद पहुंचे अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी, किया दौरा हदीस का पाठ, महिला पत्रकारों को दी खास नसीहत

- sakshi choudhary
- 11 Oct, 2025
Amir Khan Muttaqi: अफगानिस्तान की Taliban Government के Foreign Minister मौलाना Amir Khan Muttaqi शनिवार को भारत के प्रतिष्ठित इस्लामी शिक्षण संस्थान Darul Uloom Deoband पहुंचे। सुबह साढ़े आठ बजे Delhi से रवाना होकर वे करीब 12 बजे देवबंद पहुंचे। संस्था प्रशासन ने उनके स्वागत के लिए 15 प्रमुख Ulema की सूची पहले ही जारी की थी। सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे क्षेत्र में tight security arrangements किए। उनका स्वागत संस्था के Mohtamim मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी की देखरेख में दारुल उलूम की विशालकाय library में किया गया। यह 2021 में सत्ता संभालने के बाद मुत्ताकी की भारत की पहली यात्रा है, जो छह दिन तक चलेगी।
Amir Khan Muttaqi: महिला पत्रकारों के लिए परंपरागत नियम
इस FM Visit के दौरान दारुल उलूम प्रशासन ने महिला पत्रकारों से कहा कि वे कार्यक्रम के दौरान Purdah का पालन करें और separate area में बैठें। संस्था ने इसे अपनी पारंपरिक व्यवस्था का हिस्सा बताया। मुत्ताकी के देवबंद पहुंचने पर Madrasa Students ने सड़कों पर खड़े होकर उनका स्वागत किया और flower shower किया गया। कुछ छात्रों ने उनके काफिले के साथ selfie लेने की कोशिश भी की। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में छात्र एक झलक पाने के लिए पहुंचे, जिससे पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।दारुल उलूम में मिला ‘Hadith Sanad’
मौलाना अमीर खान मुत्ताकी ने दारुल उलूम की library में बैठकर Dora-e-Hadith का पाठ किया और संस्था के मोहतमिम से Ijazat-e-Hadith प्राप्त की। उन्हें Hadith Sanad मिलने के बाद अब उनके नाम के साथ “Qasmi” जुड़ गया है। अब वे अपना पूरा नाम Maulana Amir Khan Muttaqi Qasmi लिख सकेंगे। सबक पढ़ने के बाद मुत्ताकी के चेहरे पर संतोष और गर्व झलक रहा था। यह क्षण ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि किसी foreign diplomat को इस तरह की धार्मिक उपाधि दारुल उलूम से मिलना दुर्लभ है।उलमा से मुलाकात और छात्रों को संबोधन
कार्यक्रम के बाद मुत्ताकी guest house में विश्राम के लिए पहुंचे और उलमा के साथ भोजन किया। दोपहर 2:30 बजे उन्होंने छात्रों को संबोधित किया। Jamiat Ulama-e-Hind के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि “अफगानिस्तान के साथ हमारा एक शैक्षणिक रिश्ता है, और मुत्ताकी अपने Madar-e-Ilmi से मिलने आए हैं।” संस्था के मीडिया प्रभारी अशरफ उस्मानी ने बताया कि मुत्ताकी को दारुल उलूम की पूरी जानकारी दी गई और उनके visit arrangements संस्था द्वारा पूरी तरह से किए गए। शाम तक वह दिल्ली लौट जाएंगे। इस यात्रा ने भारत-अफगानिस्तान के educational and cultural ties को एक नई दिशा दी है।Leave a Reply
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