Noida Authority: नोएडा में वायु प्रदूषण का संकट! AQI रेड जोन में, प्राधिकरण ने शुरू किया पानी का छिड़काव

top-news

Noida Authority: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में इस सीजन में वायु गुणवत्ता (Air Quality) लगातार खराब हो रही है। बुधवार को नोएडा का AQI 318 दर्ज किया गया, जो इसे रेड जोन (Red Zone) में पहुंचाता है। वहीं, ग्रेटर नोएडा का AQI 263 और गाजियाबाद का 254 रिकॉर्ड हुआ। दिल्ली में भी AQI 233 और फरीदाबाद में 112 रही। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ता प्रदूषण (Pollution) स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा है, जिससे आंखों में जलन, अस्थमा और सांस लेने में समस्या जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं।


Noida Authority ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए शहर में वायु प्रदूषण कम करने के लिए पानी का छिड़काव (Water Sprinkling) शुरू कर दिया है। यह कदम Graded Action Response Plan (GARP) के तहत उठाया गया है, जो प्रदूषण नियंत्रण (Pollution Control) के लिए लागू किया गया था। विशेषज्ञ रितेश तिवारी का कहना है कि मौसम की स्थिति इस समय इतनी खराब नहीं है, लेकिन शहर में जारी निर्माण कार्य और धूल-मिट्टी के कारण AQI बढ़ा है। यदि निर्माण गतिविधियों को सुरक्षा मानकों (Safety Measures) के साथ नियंत्रित किया जाए तो हवा की गुणवत्ता में सुधार संभव है।


नोएडा के विभिन्न सेक्टरों में भी AQI की स्थिति अलग रही। सेक्टर-125 सबसे प्रदूषित रहा, जहाँ AQI 378 दर्ज हुआ। इसके अलावा सेक्टर-116 में AQI 339 और सेक्टर-1 में 279 रिकॉर्ड हुआ। वहीं, सेक्टर-62 में हवा अपेक्षाकृत साफ रही, जहाँ AQI 190 था। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-3 और नॉलेज पार्क-5 में क्रमशः 235 और 288 का AQI रिकॉर्ड किया गया। ये आंकड़े साफ दिखाते हैं कि शहर के कुछ हिस्सों में हवा अधिक प्रदूषित (Highly Polluted) है और वहां रहने वाले लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।


वायु प्रदूषण से बचाव (Air Pollution Safety Tips) के लिए विशेषज्ञ कुछ जरूरी सुझाव दे रहे हैं। लोगों को सुबह और शाम के समय बाहर टहलने से बचना चाहिए। बच्चों को बाहर कम समय बिताने देना चाहिए और अत्यधिक शारीरिक गतिविधियों (Heavy Physical Activity) से परहेज करना चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करना जरूरी है। इसके अलावा, हवा को शुद्ध करने वाले पौधे (Air Purifying Plants) लगाना भी लाभकारी है। धूम्रपान से बचना और प्रदूषण के प्रति जागरूक रहना इस मौसम में स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *