Uttar Pradesh: CM Yogi ने भरोसेमंद IAS Surendra Singh को बनाया Secretary, अब CM Office में तीन सचिव

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Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी (UP Bureaucracy) में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अपने विश्वसनीय अफसर IAS सुरेंद्र सिंह (IAS Surendra Singh) को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति (Central Deputation) से लौटने के बाद दोबारा मुख्यमंत्री कार्यालय (CM Office Lucknow) में सचिव नियुक्त किया है। सुरेंद्र सिंह इससे पहले भी मुख्यमंत्री योगी के विशेष सचिव और सचिव रह चुके हैं। उनकी कार्यशैली, ईमानदारी और प्रशासनिक दक्षता को देखते हुए उन्हें एक बार फिर सीएम ऑफिस में जिम्मेदारी सौंपी गई है।


2005 बैच के IAS अधिकारी सुरेंद्र सिंह का प्रशासनिक अनुभव बेहद समृद्ध रहा है। उन्होंने अब तक नौ जिलों, वाराणसी, कानपुर नगर, बरेली, उन्नाव, प्रतापगढ़, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, बलरामपुर और भदोही में बतौर जिलाधिकारी (District Magistrate) कार्य किया है। इसके अलावा वे मेरठ के कमिश्नर (Commissioner Meerut) और ग्रेटर नोएडा के CEO (Greater Noida Authority CEO) भी रह चुके हैं। उनकी पहचान एक soft-spoken, hardworking और honest officer के रूप में की जाती है, जो हर जिम्मेदारी को निष्ठा से निभाते हैं।


IAS Surendra Singh की वापसी के साथ अब मुख्यमंत्री कार्यालय में तीन सचिव (Three Secretaries in CM Office) हो गए हैं। पहले से तैनात IAS अमित सिंह और सूर्यपाल गंगवार (Amit Singh and Suryapal Gangwar) के साथ अब सुरेंद्र सिंह भी इस टीम का हिस्सा बन गए हैं। तीनों अफसरों की कार्यशैली और अनुभव CM Yogi Adityanath के प्रशासनिक कामकाज को और अधिक प्रभावी बनाने में सहायक होंगे। माना जा रहा है कि यह बदलाव आने वाले महीनों में प्रशासनिक निर्णयों की गति को और तेज करेगा।


CM Office की यह नई टीम अब उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) की नीतियों को जमीन पर उतारने के लिए अधिक समन्वयित तरीके से कार्य करेगी। योगी सरकार (Yogi Government) लगातार good governance और efficient administration पर जोर दे रही है, और IAS सुरेंद्र सिंह की वापसी उसी दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है। उनकी नियुक्ति से मुख्यमंत्री कार्यालय की कार्यक्षमता में न सिर्फ सुधार होगा बल्कि राज्य की policy implementation प्रक्रिया भी और सशक्त बनेगी। यह कदम एक बार फिर दिखाता है कि CM Yogi Adityanath अपने अनुभवी और भरोसेमंद अधिकारियों पर विश्वास जताते हुए प्रशासन को स्थिरता और पारदर्शिता की दिशा में ले जा रहे हैं।

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