Mulayam Singh Yadav: नेताजी की तीसरी पुण्यतिथि पर सैफई में उमड़ा सपा कुनबा, अखिलेश यादव ने दी श्रद्धांजलि

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Mulayam Singh Yadav: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक और देश की राजनीति में ‘Netaji’ के नाम से प्रसिद्ध मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि (Third Death Anniversary) पर शुक्रवार को सैफई में श्रद्धा और सम्मान का माहौल नजर आया। सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने परिवार के साथ समाधि स्थल पर पहुंचकर floral tribute अर्पित किए। इस मौके पर पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, विधायक, सांसद और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत दो मिनट के मौन से हुई, जिसके बाद नेताजी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।


सुबह करीब 10:30 बजे अखिलेश यादव के साथ सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव, अभयराम सिंह यादव, सांसद धर्मेंद्र यादव, पूर्व सांसद तेजप्रताप यादव, सांसद अक्षय यादव, सांसद आदित्य यादव, अनुराग यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक (अंशुल) यादव, आर्यन यादव और कार्तिकेय यादव सहित यादव परिवार के कई सदस्य समाधि स्थल पहुंचे। सभी ने नेताजी की प्रतिमा पर flower offering कर उन्हें नमन किया। इस दौरान अखिलेश यादव भावुक नजर आए और उन्होंने कहा कि “नेताजी का मार्गदर्शन सदा समाजवादी आंदोलन को दिशा देता रहेगा।”


सैफई में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से आए senior leaders, MLAs, MPs, district office-bearers और हजारों कार्यकर्ताओं ने उपस्थिति दर्ज कराई। मंच से कार्यक्रम का संचालन हो रहा था, जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव वरिष्ठ नेताओं के साथ मौजूद रहे। नेताजी की प्रतिमा के समक्ष कार्यकर्ताओं ने slogans of unity and respect के साथ श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सैफई में पूरे दिन emotional atmosphere देखने को मिला। कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि श्रद्धांजलि सभा में किसी तरह की बाधा न आए।


करीब 11 बजे, मैनपुरी सांसद डिंपल यादव (Dimple Yadav) भी परिवार की अन्य महिलाओं के साथ मंच पर पहुंचीं। उन्होंने नेताजी को नमन करते हुए कहा कि “उनकी विचारधारा आज भी हर समाजवादी कार्यकर्ता के दिल में जिंदा है।” श्रद्धांजलि सभा में नेताजी के योगदान और उनके संघर्षों को याद करते हुए सभी ने समाजवादी आंदोलन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। सैफई की यह भूमि एक बार फिर emotional and political gathering का साक्षी बनी, जहां legacy of Netaji को सम्मानपूर्वक याद किया गया।

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